Delhi NCR Air Pollution Update: ठंड बढ़ने के साथ दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण गंभीर चुनौती बन गया है. वायु गुणवत्ता सूचकांक में सुधार के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. नोएडा और गाजियाबाद में आबोहवा रहने लायक नहीं रह गई है. वायु प्रदूषण की मार से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है. धुंध के कारण सूरज का दिखना मुश्किल हो गया है. दिल्ली बनी गैस चैंबर का असर पड़ोसी जिलों में पड़ा है.
नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और मेरठ की हवा जहरीली हो गई है. ऐसे में लोगों को प्रदूषण की मार से बचाने के लिए सरकार ने पाबंदियां लागू की हैं. दिल्ली एनसीआर में ग्रैप 3 की पाबंदियां लागू हैं. विकराल होती स्थिति पर काबू पाने के लिए निर्माण और तोड़फोड़ की कार्रवाई को बैन कर दिया गया है.
ग्रैप के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करना पड़ा भारी
ग्रैप 3 की लगी पाबंदियों के उल्लंघन करने पर अलग-अलग एजेंसियां सख्ती बरत रही हैं. नोएडा में शुक्रवार को ग्रैप 3 के कम से कम 39 उल्लंघन दर्ज करने पर जुर्माने लगाए गए. रियल एस्टेट डेवलपर सहित अन्य उल्लंघनकर्ताओं पर 24.30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. अधिकारियों ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण की तरफ से 26 चालान किए गए. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड नोएडा कार्यालय ने 13 मामले दर्ज किए. शुक्रवार शाम चार बजे नोएडा में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो गई थी. वायु गुणवत्ता सूचकांक 428 दर्ज किया गया.
अलग-अलग एजेंसियों की तरफ से जुर्माना की वसूली
नोएडा प्राधिकरण की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि ग्रैप दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाली 26 इकाइयों पर 13.80 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. बताया गया कि प्राधिकरण की 14 टीमें जीआरएपी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए रोजाना निर्माण स्थलों, सड़कों और खुली जगहों का निरीक्षण कर रही हैं. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 13 इकाइयों पर 10.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है, जिसमें एक रियल एस्टेट डेवलपर पर पांच लाख रुपये का जुर्माना भी शामिल है. इस बीच, नोएडा फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए सम-विषम योजना लागू करने की मांग की है.