(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Anand Giri: नोएडा के इस आश्रम में भी पहुंचा था आनंद गिरि, की थी कब्जा करने की कोशिश
Noida Ashram: 13 जून 2020 को आनंद गिरि (Anand Giri) अपने साथियों के साथ श्री ब्रह्मचारी कुटी आश्रम (Brahmachari Kuti Ashram) पहुंचा था. आनंद गिरि ने आश्रम (Ashram) पर कब्जा करने की कोशिश की थी.
Anand Giri in Noida Ashram: नोएडा (Noida) के सेक्टर 82 स्थित श्री ब्रह्मचारी कुटी आश्रम (Brahmachari Kuti Ashram) पर भी 13 जून 2020 को आनंद गिरि (Anand Giri) अपने साथियों के साथ पहुंचा था. यहां आनंद गिरि ने आश्रम (Ashram) पर कब्जा करने की कोशिश की थी. लेकिन, जब वो कब्जे में असफल हुआ तो अपने साथियों के साथ वहां से चला गया. इसकी शिकायत महाराज ने पुलिस (Police) में भी की थी, लेकिन पुलिस ने ना तो कोई एफआईआर (FIR) दर्ज की और ना ही कोई कार्रवाई की थी.
आदिश्री ब्रह्मचारी कुटी आश्रम पहुंचा था आनंद गिरी
नोएडा के सेक्टर 82 में बना आदिश्री ब्रह्मचारी कुटी आश्रम कई दशक पुराना है. आज इस आश्रम की देखरेख ओम भारती जी महाराज कर रहे हैं. लेकिन, ओम भारती जी महाराज के शिष्य पिंटू महाराज ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि आनंद गिरि 13 जून 2020 को आश्रम में अपने साथियों के साथ पहुंचा था. आनंद गिरि उस वक्त आश्रम में मौजूद विजय भारती का मोबाइल छीन लिया था और विजय भारती को बंधक बनाकर करीब 4 से 5 दिनों तक आश्रम में रहा था. जब इसकी जानकारी आश्रम के महाराज ओम भारती को मिली तो वो आश्रम पहुंचे. लेकिन, उनके पहुंचने से पहले ही आनंद गिरि अपने साथियों के साथ आश्रम से निकल गया था.
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
हालांकि, इसकी जानकारी उन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन को भी दी थी लेकिन पिंटू महाराज का आरोप है कि पुलिस ने ना तो एफआईआर दर्ज की और ना ही कोई कार्रवाई की. लेकिन, जिस तरह से आनंद गिरि अपने साथियों के साथ आश्रम पहुंचा था और महंत बनकर पूरे आश्रम पर कब्जा करने की कोशिश की थी. कहीं ना कहीं ये आनंद गिरि के मंसूबों को दर्शाता है कि वो किस तरह से आश्रमों पर कब्जा करने का प्रयास करता है.
लाव लश्कर के साथ पहुंचा था आश्रम
ओम भारती महाराज के शिष्य पिंटू महाराज यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि आनंद गिरि अपने पूरे लाव लश्कर के साथ आश्रम पहुंचा था. उसने यहां के कई स्थानीय लोगों की भी मदद ली थी. लेकिन, जब उसे पता चला कि यहां पर उसकी दाल नहीं गलेगी तो वो वापस चला गया. क्योंकि, इस आश्रम की देखरेख कई वर्षों से ओम भारती महाराज जी कर रहे थे और उनके बारे में आसपास के इलाके में ही नहीं बल्कि प्रशासन तक को जानकारी थी.
बेहद गंभीर हैं आरोप
जिस तरह से ओम भारती महाराज के शिष्य पिंटू महाराज ने आनंद गिरि को लेकर आरोप लगाए हैं. अगर उन आरोपों में जरा सी भी सच्चाई है तो आरोप बेहद गंभीर हैं. आरोप ये दर्शाते हैं कि आनंद गिरी आश्रमों पर अवैध कब्जा करता है. अपने आरोपों को सच साबित करने के लिए पिंटू महाराज ने एबीपी गंगा को वो फोटोग्राफ्स भी दिए जिसमें दिख रहा है कि आनंद गिरी आश्रम में बैठकर महंत बनने की प्रक्रिया पूर्ण कर रहा है. लेकिन इन तस्वीरों में कितनी सच्चाई है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा.
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