UP News: नोएडा (Noida) के ट्विन टावर (Twin Tower) में 25 अगस्त को धमाके का रिहर्सल किया जाएगा और 28 अगस्त को अंतिम ब्लास्ट किया जाएगा. दोनों ही दिन नोएडा और ग्रेटर नोएडावासियों (Greater Noida) को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि 25 अगस्त को कुछ देर के लिए तो 28 अगस्त को करीब 1 घंटे के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे (Expressway) बंद रहेगा. इसके अलावा ब्लास्ट वाले दिन यानी कि 28 अगस्त को नोएडा एक्सप्रेसवे के करीब 15 किलोमीटर के दायरे में वाहनों का आवागमन पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. 


नोएडा ट्रैफिक पुलिस का यह है प्लान


इसको लेकर नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने एक प्लान तैयार किया है जिसके मुताबिक दिल्ली-नोएडा से ग्रेटर नोएडा की तरफ जाने वाले ट्रैफिक को महामाया फ्लाईओवर के पास से सेक्टर-37, शशि चौक, सिटी सेंटर, सेक्टर-71 होकर फेज-2 की तरफ निकाला जाएगा. इसी तरह से परी चौक की तरफ से आने वाले ट्रैफिक को जेपी अस्पताल से पहले लेफ्ट टर्न लेकर बांध मार्ग पर डायवर्ट किया जाएगा. मौके पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौजूद होंगे.


इमारत में ऐसे लगाई गई है बारूद


नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावर में विस्फोटक लगाने का काम पूरा हो चुका है. रोजाना पलवल से गाड़ी में भरकर बारूद लाया जाता था और सूर्यास्त होने तक ही बारूद टावर में लगाया जाता था. सूर्यास्त होने के बाद विस्फोटक पदार्थ लगाने का काम नहीं किया गया. शाम को 7:00 बजे पुलिस निगरानी में बचा हुआ विस्फोटक पदार्थ पलवल वापस भेजा गया. एपेक्स टावर में 32 और सियान टावर में 29 फ्लोर हैं जिनमें बारूद लगाने का काम पूरा कर लिया गया है और अब नॉन इलेक्ट्रिकल वायर को जोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है, यह काम आने वाले दो दिनों में पूरा कर लिया जाएगा.


नजदीकी रिहायशी बिल्डिंग भी कराई जाएगी खाली


ट्विन टावर के नजदीक में बनी सुपरटेक एमरोल्ड में रहने वाले लोगों के मन में भी थोड़ा डर है. उन्हें डर है कि ट्विन टावर में ब्लास्ट के दौरान सुपर टैक्स एमरोल्ड सोसाइटी में वाइब्रेशन से कहीं भारी नुकसान न उठाना पड़े. सुपरटेक एमरोल्ड सोसाइटी के वाइस प्रेसिडेंट अनिल ने बताया कि उनकी पूरी तैयारी है और जिस दिन विस्फोट होगा उस दिन सुबह 7:00 बजे से ही करीब 550 परिवार बिल्डिंग को खाली कर चले जाएंगे. कुछ लोग अपने रिलेटिव के घर चले जाएंगे और नजदीक में बनी पार्श्वनाथ सोसायटी में लोगों के रहने का इंतजाम किया गया है. सोसायटी के अंदर रहने वाले लोगों के वाहनों को खड़े करने की व्यवस्था भी की गई है. नोएडा सेक्टर 92 स्थित कम्युनिटी सेंटर में वाहनों को खड़ा किया जा सकेगा.


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तोड़ने का पूरा खर्चा सुपरटेक कंपनी वहन करेगी


नोएडा अथॉरिटी की सीईओ रितु महेश्वरी ने बताया कि इन दोनों अवैध इमारतों का निर्माण सुपरटेक बिल्डर ने 50 हज़ार वर्गमीटर में किया है. इन्हें तोड़ने का पूरा खर्च कंपनी वहन करेगी. चयन की गई कंपनी एडिफिस अब से पहले साउथ अफ्रीका में इसी तरह की एक इमारत को गिरा चुकी है. उन्होंने बताया कि जिस इमारत को उन्होंने गिराया था वह 108 मीटर ऊंची थी जिसको उन्होंने कंट्रोल ब्लास्ट और वाटरफॉल वाटरफॉल के तरीके से नीचे गिराया था. दूसरी इमारत आठ मीटर की दूरी पर मौजूद थी जिसे कोई नुकसान नहीं हुआ था. इसी तरह ट्विन टावर को भी नीचे गिराया जाएगा. इमारत को गिराने में लगभग 17.50 करोड़ खर्च होंगे.


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