Noida Anti-Encroachment Drive: नोएडा में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन बहुत सख्त है. यही वजह है कि यमुना (Yamuna) और हिंडन (Hindon) नदियों की जमीन पर बनाए गए अवैध फॉर्म हाउस को बुलडोजर चला कर गिरा दिया गया. यह सभी फॉर्म हाउस अतिक्रमण करके बनाए गए थे. नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) के मुताबिक जिस जमीन पर अतिक्रमण किया गया था, उसकी कीमत 55 करोड़ रुपये थी. अतिक्रमण करके इस जमीन पर फॉर्म हाउस बनाए गए थे, जिसे हटाने के लिए नोएडा प्राधिकरण, भूलेख विभाग और सिंचाई विभाग ने मिलकर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया.
नोएडा प्राधिकरण के संयुक्त अभियान में तिलवाड़ा गांव में कुल 55 और गुलावली गांव में कुल 7 फॉर्म हाउस को गिराया गया. इस अभियान को चलाकर कुल 1,45,000 वर्ग मीटर जमीन को खाली कराया गया. प्राधिकरण के ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि इस संयुक्त अभियान में लगभग 150 छोटे-बड़े कर्मचारी सुबह 9 बजे तक सेक्टर 150 पहुंचे थे. इस दौरान पूरे क्षेत्र को खाली करवाने के लिए 9 जेसीबी और 8 डंपर लेकर गए थे. उन्होंने आगे बताया कि सेक्टर 150 के तिलवाड़ा गांव में करीब 55 फॉर्म हाउस अवैध रूप से बनाए गए थे. यह सभी यमुना नदी के डूब क्षेत्र में बने हुए थे, जिन्हे 4 घंटे में जमींदोज कर दिया गया.
तिलवाड़ा में खाली हुई 1 लाख 20 हजार वर्ग मीटर जमीन
वहीं अगर गुलावाली गांव कि बाते करें तो यहां 7 अवैध फॉर्म हाउस को गिराया गया. ये भी यमुना डूब क्षेत्र में आते थे. इस जमीन पर अतिक्रमण करके फॉर्म हाउस बनाए गए थे. कुल 25 हजार वर्ग मीटर पर यह 7 फॉर्म हाउस बनाए गए थे. वहीं तिलवाड़ा गांव में संयुक्त अभियान चला कर 1 लाख 20 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली कराई गई. दोनो गांव में कुल मिला कर 1 लाख 45 हजार वर्ग मीटर जमीन खाली करवाई गई, जिसकी कीमत 55 करोड़ रुपये आंकी गई है.
नोएडा प्राधिकरण ने दी चेतवानी
वहीं इस अवैध कब्जे और अतिक्रमण को लेकर नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि अगर कोई भी प्राधिकरण या ऐसी जगह अवैध कब्जा करेगा, जहां प्राधिकरण ने निर्माण को वर्जित किया है तो उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी, ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि यमुना डूब क्षेत्र में प्राधिकरण ने निर्माण को वर्जित कर रखा है. ऐसे में जिन लोगों के फॉर्म हाउस गिराए गए हैं, उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज करके आगे की कार्यवाही की जा रही है.
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