Tokyo Paralympics 2020: टोक्यो में 24 अगस्त से चल रहे पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) में भाग लेने के लिए एथलीट वरुण भाटी (Athlete Varun Bhati) 26 अगस्त को टोक्यो (Tokyo) के लिए रवाना होंगे. एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान एथलीट वरुण भाटी (Varun Bhati) ने कहा कि उन्होंने प्रैक्टिस कर अपना पसीना बहाया है ताकि देश को गोल्ड मेडल (Gold Medal) दिला सकें. कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी को देखते हुए वरुण भाटी पिछले 10 दिनों से होम क्वारंटीन हैं. यही वजह है कि वो परिवार समेत किसी से भी नहीं मिल रहे हैं. प्रतिदिन उनका कोरोना टेस्ट (Corona Test) हो रहा है और प्रैक्टिस के लिए वो अपनी पत्नी के साथ जाते हैं क्योंकि उनकी पत्नी ही उनकी मैनेजर हैं.
परिवार भी है खुश
एथलीट वरुण भाटी जमकर प्रैक्टिस कर रहे हैं. वरुण इस बार कोई गलती नहीं करना चाहते हैं जिससे वो गोल्ड मेडल से दूर हो जाएं. परिवार के लोग भी वरुण को लेकर खुश हैं, एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं. परिवार का भी यही मानना है कि उन्हें असली खुशी तब मिलेगी जब वरुण देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आएगा.
गोल्ड मेडल का है सपना
एथलीट वरुण भाटी के घर में मेडल्स के अंबार लगा है. ये मेडल्स उनकी काबिलियत और मेहनत की गवाही दे रहे हैं. यही वजह है कि उनकी मेहनत और लगन को देखते हुए उन्हें पैरालंपिक में देश के लिए खेलने का लगातार दूसरी बार मौका दिया है. इस बार वरुण भाटी को पूरी उम्मीद है कि वो देश को गोल्ड मेडल दिलाने में कामयाब होंगे.
कर रहे हैं प्रैक्टिस
एथलीट वरुण भाटी ने एबीपी गंगा से फोन पर बात करने के बाद अपनी बात रिकॉर्ड करके भेजी. उन्होंने कहा कि वो अपना 100 फीसदी गेम में देंगे, बाकी ईश्वर की मर्जी. साथ ही उन्होंने कहा कि वो इस बार प्रैक्टिस काफी अच्छी कर रहे हैं और प्रैक्टिस को देखते हुए उन्हें पूरी उम्मीद है कि इस बार वो देश के लिए गोल्ड ला सकते हैं.
पैरालंपिक में दूसरी बार हुआ चयन
एबीपी गंगा से खास बातचीत में एथलीट वरुण भाटी के परिजनों ने कहा उनके बेटे का पैरालंपिक में दूसरी बार चयन होने से वो बेहद खुश हैं लेकिन उन्हें असली खुशी तब मिलेगी जब वो देश के लिए मेडल जीतकर लाएगा. परिवार का कहना है कि इस बार जिस तरह से वरुण की प्रैक्टिस चल रही है उसे देख कर ये उम्मीद और बढ़ जाती है.
मिल चुके हैं पुरस्कार
गौतम बुद्ध नगर के जमालपुर निवासी एथलीट वरुण भाटी से देश और प्रदेश की जनता को काफी उम्मीदें हैं. क्योंकि वरुण 2016 में हुए पैरालंपिक में देश को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने के साथ-साथ प्रदेश के एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो लगातार दूसरी बार पैरालंपिक में यूपी से भाग ले रहे हैं. एथलीट वरुण भाटी ने 2014 में एशियन पैरा एशियाई खेल में पांचवा स्थान हासिल किया था. इस साल उन्होंने चीन ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का परचम लहराया था. इतना ही नहीं 10 सितंबर 2016 को रियो पैरालंपिक में पुरुष वर्ग में 1.86 मीटर की हाई जंप लगाकर कांस्य पदक देश को दिलाया था. यही वजह है कि देश को कई बार पदक दिलाने की वजह से उन्हें अर्जुन और लक्ष्मण पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है.
बचपन में हो गया था पोलियो
हाई जंपर वरुण भाटी बचपन में ही पोलियो के शिकार हो गए थे. जन्म के बाद वरुण भाटी का एक पैर खराब हो गया था जिसकी वजह से परिजन काफी दुखी थे. लेकिन, एक के बाद एक पदक जीतकर वरुण भाटी ने ये साबित कर दिया शरीर से दिव्यांग होने के बावजूद भी अगर मन में कुछ कर गुजरने कि चाह हो तो इंसान बड़े से बड़े लक्ष्य को भी हासिल कर सकता है. वरुण भाटी ने दिनरात मेहनत की है ताकि वो देश को स्वर्ण पदक दिला सकें. टोक्यो पैरालंपिक में शामिल होने के लिए वरुण 26 अगस्त को ग्रेटर नोएडा से टोक्यो के लिए रवाना होंगे.
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