नोएडा: कोरोना संक्रमण से बचने के लिये प्राधिकरण में अधिकारी की सराहनीय पहल, काम भी नहीं हो रहा बाधित
नोएडा में कोरोना संक्रमण अभी थमा नहीं है. नोएडा प्राधिकरण में रोजाना सैकड़ों लोग जमीन से जुड़े काम को लेकर आते हैं. इसके चलते संक्रमण का खतरा लगातार बना रहता है. वहीं प्राधिकरण में अब इससे बचाव के लिये एक नई पहल की है.
नोएडा: नोएडा में आज भी कोरोना वायरस का खतरा कम नहीं हुआ है. लोगों को आपस में दूरी बनाए रखने की आज भी जरूरत है. वहीं समय के साथ- साथ सरकारी कार्यालय में भी काम करने वाले कर्मचारी लापरवाही बरतने लगे हैं. जिसके कारण सरकारी कार्यालय में भी संक्रमित मरीजो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. वहीं नोएडा प्राधिकरण कार्यालय सेक्टर 6 स्थित बीते कुछ समय से आम जनता के लिए प्रवेश खोल दिया दिया गया है, जिसके बाद आलम यह रहा कि प्राधिकरण में काम करने वाले कर्मचारी सैकड़ों लोगों के संपर्क में आने लगे और प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो उस दौरान तमाम कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे. इसका प्रभाव यह पड़ा कि प्राधिकरण के कई विभाग का काम लंबे समय तक बाधित रहा.
प्राधिकरण के अधिकारी की कोरोना वायरस के बचाव के लिए अच्छी पहल
नोएडा प्राधिकरण में स्थित आवासीय भूखंड विभाग जमीन से जुड़ा हुआ विभाग है, इसलिए सबसे ज्यादा आम लोगों का इस विभाग में जमावड़ा लगा रहता है. इस विभाग में रोजाना सैकड़ों लोग प्राधिकरण के कर्मचारियों के सम्पर्क में आते हैं, जिसके चलते सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा बढ़ता है. वहीं ओएसडी डॉ संतोष उपाध्याय ने शानदार पहले करते हुए आवासीय भूखंड विभाग के बाहर भी काउंटर की व्यवस्था कर दी है, जिससे लोगों को काफी सहूलियत हो रही है. इतना ही नहीं आम जनता की सहूलियत के लिए तीन लोगों की एक टीम भी गठित की गई है. इस टीम का आवासीय भूखंड विभाग में आने वाले लोगों की सहायता करना है. यह टीम अंदर काम करने वाले कर्मचारियों और आम जनता के बीच में संवाद का काम करती है. वायरस संक्रमण के बचाव के लिए यह पहल की गयी है, जिसे कुछ समय के लिए लोगों को कोई भी जानकारी ऑफिस में अंदर बिना जाए ही प्राप्त हो जाती है.
लोग इस शुरुआत की कर रहे सराहना
नोएडा प्रधिकरण में इस पहल की लोग काफी सराहना भी कर रहे हैं. लोगों को विभाग में बिना अंदर जाए सारी जानकारी बाहर ही प्राप्त हो रही है, लेकिन कई बार लोगों को थोड़ा ज्यादा इंतजार करना पड़ता है, फिर भी लोगों की मानें तो वो इस व्यवस्था से खुश हैं, क्योंकि इस व्यवस्था से आम लोगों के संक्रमित होने का खतरा भी कम है, और थोड़े समय के अंतराल के दौरान जनता का काम भी हो जाता है. वहीं ओएसडी डॉ संतोष उपाध्याय का कहना है कि वह भी कोरोना वायरस से जंग लड़ चुके हैं, इसलिए उनकी कोशिश रहती है कि इस वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके. हालांकि आज भी रोजाना वो आम लोगों से दूरी बनाकर अपने ऑफिस में मिलते हैं और लोगों की परेशानियों को सुनते हैं.
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