नोएडा: कोरोना की दूसरी लहर में महामारी नोएडा में तेजी से अपने पैर पसार रही है. यही वजह है कि चाहे वो सरकारी हॉस्पिटल हों या फिर निजी सभी अस्पतालों में बेड का अकाल पड़ गया है. मरीज दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं. मरीजों को दिक्कत ना हो इसके लिए शहर की आरडब्ल्यूए आगे आई और उसने सामुदायिक केंद्र को कोरोना का आइसोलेशन सेंटर बनाने का फैसला लिया है. यहां एल 1 मरीजों को रखा जाएगा.


लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है
कोरोनो महामारी की वजह से हालात इस तरह के बन गए हैं कि लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. मरीजों की तादाद इतनी ज्यादा हो गई है कि अस्पताल में बेड कम पड़ रहे हैं. कोरोना का सबसे ज्यादा प्रकोप शहरी इलाकों में देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि अब सेक्टर वासियों की सुरक्षा के लिए आरडब्ल्यूए ने कदम बढ़ाते हुए कम्युनिटी सेंटर को आइसोलेशन सेंटर के रूप में तैयार किया है जहां पर ऑक्सीजन की सुविधा भी मरीजों को मुफ्त दी जाएगी. इस कोविड-19 सेंटर में एल 1 मरीजों का उपचार किया जाएगा.


मौके पर पहुंची एबीपी गंगा की टीम 
एबीपी गंगा की टीम आरडब्ल्यूए के इस आइसोलेशन सेंटर की तैयारियों का जायजा लेने के लिए नोएडा के सेक्टर 45 कम्युनिटी सेंटर पहुंची. जहां आरडब्लूए की तरफ से तैयार किए गए सेंटर को देखा वहां पर ऑक्सीजन सिलेंडर लागए जा रहे थे ताकि जिन मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत है उन्हें तत्काल ऑक्सीजन मुहैया कराई जा सके.


आगे के लिए जारी है तैयारी 
एबीपी गंगा की टीम ने आइसोलेशन सेंटर को लेकर फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा से बात की. ये जानने की कोशिश भी की गई कि आखिर इस तरह से कितने सेक्टरों के कम्युनिटी सेंटर में आइसोलेशन सेंटर तैयार किया गया है. योगेंद्र शर्मा ने बताया लगभग 20 से ज्यादा कम्युनिटी सेंटर में कोविड आइसोलेशन सेंटर तैयार कर लिया गया है. बाकी और सेक्टरों में भी इसकी तैयारी के लिए प्रयास किया जा रहा है. 


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