Noida News: नोएडा में रोजाना मिल रहे हैं हेपेटाइटिस के 400 संदिग्ध मरीज, सामने आई ये बड़ी वजह
Gautam Budh Nagar News: स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 50 प्रतिशत से ज्यादा संदिग्ध मरीजों में हेपेटाइटिस ए और ई के लक्षण हैं. इनमे से हेपेटाइटिस बी और सी 121 मरीजों को हुआ है.
Uttar Pradesh News: पहले कोरोना संक्रमण का संकट उसके बाद अब मंकीपॉक्स (Monkeypox) का खतरा लोगों को सताने लगा है. इस बीच गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) में हेपटाइटिस का खतरा बढ़ने लगा है. दूषित पानी और दूषित खाना खाने से जिले में 30 हजार हेपेटाइटिस (Hepatitis) के संदिग्ध मिले हैं. यह आंकड़ा बीते 76 दिनों का है. इसके हिसाब से अगर रोजाना के आंकड़ों को देखा जाए तो जिले में रोजाना हेपेटाइटिस के 400 संदिग्ध मरीज सामने आ रहे हैं. इन मरीजों के जांच के लिए सैंपल को मेरठ मेडिकल कॉलेज (Meerut Medical College) भेजा जा रहा है.
121 को हेपेटाइटिस बी और सी
स्वास्थ्य विभाग (Health Department) कि माने तो मरीजों में मिल रहे लक्षणों के आधार पर 50 प्रतिशत से ज्यादा संदिग्ध मरीजों में हेपेटाइटिस ए और ई के लक्षण हैं. वहीं इनमे से हेपेटाइटिस बी और सी 121 मरीजों को हुआ है. इन मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए मेरठ मेडिकल कॉलेज को सेंटर बनाया गया है. अगर जिला स्तर कि बात करें तो नोएडा (Noida) सेक्टर-30 के संयुक्त चिकित्सालय में मरीजों के ट्रीटमेंट की व्यवस्था की गई है.
तैयारी करने के दिए गए निर्देश
स्वास्थ्य विभाग ने हेपेटाइटिस के संदिग्ध मरीजों के सैंपल मेरठ भेजे हैं. इसमें से 13 मई से 27 जुलाई तक कुल 29,470 सैंपल जांच के लिए भेजे गए. अगर उनके नतीजों कि बात करे तो इतने सैंपल के जांच में 74 मरीजों के सैंपल ने हेपेटाइटिस बी कि पुष्टि की है, और 47 में हेपेटाइटिस सी के मरीज मिले हैं. तेजी से बढ़ते संदिग्धों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी के खिलाफ पुख्ता तैयारी करने के निर्देश दिए है.
UP: बाहुबली अतीक अहमद के छोटे बेटे अली अहमद ने कोर्ट में किया सरेंडर, STF कर रही थी तलाश
हेपेटाइटिस के क्या हैं कारण
हेपेटाइटिस का एक बड़ा कारण दूषित पानी और दूषित भोजन होता है, इसके साथ ही किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ संबंध बनाना, इसके अलावा किसी संक्रमित पशु का मांस खाना या फिर अगर कोई महिला गर्भवती है और उसे हेपेटाइटिस का संक्रमण है तो इससे उसके होने वाले बच्चे को भी संक्रमण का खतरा रहता है. यथार्थ अस्पताल के डॉक्टर जीसी वैष्णव ने बताया कि दूषित पानी से हेपेटाइटिस ए संक्रमण होता है, वहीं संक्रमित रक्त और संबंध बनाने से हेपेटाइटिस बी का खतरा रहता है. उन्होंने बताया कि इस बीमारी को सावधानियां बरतकर रोका जा सकता है.
लक्षण और बचाव के तरीके
हेपेटाइटिस संक्रमण का सीधा असर सबसे पहले शरीर पर पड़ने लगता है, जैसे आंखें पीली पड़ जाती हैं, त्वचा का रंग भी पीला पड़ जाता है. संक्रमित को कमजोरी ज्यादा महसूस होती है. इसके साथ उसे उल्टी और पेट दर्द की भी शिकायत होती है. भूख कम लगना वजन कम होना यह सब इसके लक्षण होते हैं. हेपेटाइटिस से बचने के लिए ज्यादा शराब के सेवन से बचना चाहिए, घर में साफ सफाई रखें, अपना टूथ ब्रश और अपना रेजर किसी के साथ साझा ना करें, मसालेदार खाना ना खाएं हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं और नारियल पानी पिएं.