Farmer Protest: नोएडा में धरने पर बैठे किसानों ने कहा- दिल्ली नहीं जाने देंगे तो भरेंगे जेल, पुलिस से नहीं करेंगे बात
Farmer Protest: नोएडा में धरने पर बैठे किसानों ने कहा- दिल्ली नहीं जाने देंगे तो भरेंगे जेल, पुलिस से नहीं करेंगे बात
Farmers Protest: अपनी मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा और नोएडा के किसानों का आंदोलन जारी है. इसी क्रम में किसानों ने जेल भरो का नारा लगाया है. किसान पुलिस वैन में जाने की कोशिश कर रहे हैं. किसानों ने जेल भरो के नारे लगाए.लोगों ने कहा दिल्ली नहीं जाने दिया तो अब जेल में जा रहे हैं. किसानों ने पुलिस की गाड़ियों में जाने की कोशिश भी की.
इन सबके बीच दिल्ली और नोएडा सीमा पर पुलिस की सख्ती जारी है. पुलिस ने आंदोलनकारी किसानों को नोएडा में ही रोका है. उधर दिल्ली में भी पुलिस नजर बनाए हुए है. नोएडा से आने वाली गाड़ियों की जांच जारी है. आंदोलन में किसानों का नेतृत्व कर रहे सुखबीर खलीफा ने कहा जब तक हमारे अरेस्ट किए हुए लोगों नहीं छोड़ेंगे तब तक हम अब पुलिस से वार्ता नहीं करेंगे.
राकेश टिकैत भी पहुंचे
बता दें संसद तक मार्च करने की योजना के तहत हजारों किसानों और ग्रामीणों के एकत्र होने के मद्देनजर नोएडा पुलिस ने बृहस्पतिवार को दिल्ली से लगी अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
किसान नेता राकेश टिकैत दोपहर में ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों के समूह में शामिल हुए, जहां उनके संगठन भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
नोएडा में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भारतीय किसान परिषद कर रही है, जिसके कार्यकर्ताओं ने दिसंबर 2023 से स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर शिविर लगा रखा है.
किसानों के ‘दिल्ली मार्च’ की घोषणा के बाद नोएडा पुलिस दिल्ली से जुड़ी विभिन्न सीमाओं पर सख्ती से जांच कर रही है जिसकी वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी सहित विभिन्न मार्गों पर वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई है.
सख्ती से हो रही जांच
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली से जुड़ी सभी सीमाओं, किसान चौक और अन्य स्थानों पर बैरियर लगाए जा गए हैं. प्रत्येक वाहन की जांच की जा रही है जिसके कारण यातायात की गति धीमी हो गई है.
अधिकारियों के अनुसार, किसानों के प्रस्तावित मार्च की वजह से कुछ जगहों पर यातायात के मार्ग में परिवर्तन किया गया है, जबकि किसानों से वार्ता कर प्रस्तावित मार्च को रोकने का प्रयास किया जा रहा है.
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान दिसंबर, 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले अधिक मुआवजे और विकसित भूखंड देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.