Noida News: ग्रेटर नोएडा में 14 दिनों के अंतराल के बाद हवा की एक बार गुणवत्ता फिर से गिर गई है. शहर में शुक्रवार को 332 और शनिवार को 329 'बहुत खराब' श्रेणी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) दर्ज किया गया है. वहीं नोएडा में भी स्थिति में कोई सुधार नहीं है. यहां हवा की गुणवत्ता 286 की एक्यूआई के साथ शनिवार को 'खराब' रही. वहीं वायु गुणवत्ता विशेषज्ञों ने बताया चार मॉनेटरिंग स्टेशनों में से दो सेक्टर 62 और 112 में 300 से अधिक "बहुत खराब" श्रेणी में एक्यूआई दर्ज किया गया. इसके साथ ही सेक्टर 1 और 125 में एक्यूआई कम था.


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के बुलेटिन के अनुसार, गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता 284 की एक्यूआई के साथ 'खराब' श्रेणी में रही. दरअसल, सीपीसीबी के अनुसार, 0 और 50 के बीच एक्यूआई रीडिंग को 'अच्छा', 51 और 100 को 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 'खराब', 301 और 400 'बहुत खराब', और 401 और 500 'गंभीर' माना जाता हैं.


नवंबर में कितना रहा एक्यूआई रीडिंग
सीपीसीबी आंकड़ों के अनुसार ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का स्तर 11 नवंबर को एक्यूआई रीडिंग 311 के साथ "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज किया गया था. वहीं इसके बाद कई इलाके में यह "खराब" श्रेणी में पहुंचा. वहीं 24 नवंबर को एक्यूआई 197 था, जो "मध्यम" श्रेणी में आता है. इसके साथ ही यह 25 नवंबर को रातों-रात बढ़कर 332 "बहुत खराब" हो गया. अधिकारियों ने कहा कि एक्यूआई में अचानक बढ़ोतरी पिछले दो दिनों में हवा की दिशा में बदलाव के के कारण हो सकता है.


आने वाले दिनों में बढ़ेगा प्रदूषण
यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी राधे श्याम ने कहा कि पिछले दो दिनों में हवा की दिशा उच्च प्रदूषण का कारण बन रही है, क्योंकि यह नोएडा और गाजियाबाद को छोड़कर दिल्ली, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा के कुछ हिस्सों से गुजरती है. हमने स्थानीय प्रदूषण सोर्सेज में अचानक कोई बदलाव नहीं देखा है.वहीं शनिवार को फरीदाबाद में एक्यूआई 294 'खराब' और दिल्ली में 336 'बहुत खराब' था. सीपीसीबी की वायु गुणवत्ता के अनुसार एक्यूआई के अगले छह दिनों में "बहुत खराब" श्रेणी में बने रहने की उम्मीद है. सर्दियों के महीने शुरू होने के साथ अगले कुछ महीनों तक प्रदूषण का स्तर उच्च रह सकता है. 


यूपीपीसीबी ने आयोजित की वर्कशॉप
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों ने सभी इंप्लीमेंटेशन एजेंसियों को एक साथ लाने और समाधान पर चर्चा करने के लिए सोमवार को यूपी-एनसीआर में वायु प्रदूषण के नियंत्रण और कमी के लिए एक दिवसीय वर्कशॉप आयोजित की है. अधिकारियों ने कहा कि वर्कशॉप जागरूकता बढ़ाने और विचार-विमर्श के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें सरकारी विभाग और अन्य इंप्लीमेंटेशन एजेंसियां ​​प्रदूषण के स्थानीय सोर्सेज को कम करने का प्रयास कर सकती हैं.




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