UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह (IPS laxmi Singh) को नोएडा (Noida) का पुलिस चीफ नियुक्त किया है. इसके साथ ही वह राज्य के किसी पुलिस कमिश्नरेट का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं. लक्ष्मी सिंह ने 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक सिंह (IPS Alok Singh) का स्थान लिया है और वह बुधवार को पदभार ग्रहण करेंगी. आलोक सिंह को लखनऊ में डीजीपी कार्यालय में एडीजीपी बनाया गया है.
यूपी सरकार ने सोमवार रात को 16 आईपीएस अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर की घोषणा की थी. इस घोषणा के तहत वाराणसी, प्रय़ागराज और आगरा में भी नई पोस्टिंग होगी. सरकार ने पिछले सप्ताह ही गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज को नया पुलिस कमिश्नरेट बनाने की घोषणा की थी. राज्य में पहले से ही लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, वाराणसी और कानपुर कमिश्नरेट थे. अब इसकी कुल संख्या सात हो गई है.
जानिए, कौन हैं लक्ष्मी सिंह
साल 2000 बैच की आईपीएस अधिकारी लक्ष्मी सिंह (48) इससे पहले लखनऊ रेंज में इंस्पेक्टर जनरल के रूप में सेवा दे रही थीं. यूपीएसएसी परीक्षा में उन्हें 33वीं रैंक हासिल हुई थी. आधिकारिक रिकॉर्ड के मुताबिक, ट्रेनिंग के दौरान हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल नैशनल अकैडमी में उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रोबेशनर का खिताब मिला था. उन्हें ट्रेनिंग के दौरान पीएम के सिल्वर बैशन और गृह मंत्री के पिस्टल का अवॉर्ड मिला था. मकैनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक डिग्रीधारी लक्ष्मी सिंह की पहली पोस्टिंग 2004 में एसएसपी के रूप में हुई थी. 2013 में उन्हें डेप्युटी आईजी बनाया गया था और इसके बाद 2018 में आईजी के रूप में पदोन्नति मिली थी. लक्ष्मी सिंह पहले भी गौतमबुद्ध नगर में सेवा दे चुकी हैं. उन्हें जनवरी 2018 से मार्च 2018 के बीच गौतमबुद्ध नगर में एसटीएफ के आईजी/डीआईजी की जिम्मेदारी दी गई थी. बाद में उन्हें मार्च 2018 में मेरठ के पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में आईजी बनाकर भेजा गया था. 2020 में उनका ट्रांसफर लखनऊ कर दिया गया था.
लक्ष्मी सिंह का व्यक्तिगत जीवन
आईपीएस लक्ष्मी सिंह के पति राजेश्वर सिंह लखनऊ के सरोजनी नगर से बीजेपी विधायक हैं. राजेश्वर सिंह प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी रह चुके हैं. लक्ष्मी सिंह को 2016 में पुलिस मेडल से नवाजा गया था. इसके बाद 2020 और 2021 में क्रमशः यूपी डीजीपी का सिल्वर और गोल्ड मेडल भी प्रदान किया गया था. पिछले साल ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्कृष्ट पुलिस सेवा के लिए सम्मानित किया था.
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