Noida News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh ) के गौतमबुद्धनगर (Gautam Budha Nagar) जिले में एंटी टास्क फोर्स (Anti Task Force) समिति ने चिटैहरा गांव में हुए भूमि घोटाले के मुख्य आरोपी यशपाल तोमर और उसकी कंपनी को भू-माफिया घोषित कर दिया है. जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि समिति ने ग्रेटर नोएडा के हिंडन डूब क्षेत्र में अवैध कॉलोनी काटने वाले पांच कॉलोनाइजर को भी भू-माफिया घोषित किया है. इन लोगों के खिलाफ संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज करवाया जा रहा है. एलवाई के मुताबिक, गुरुवार को उनकी अध्यक्षता में जिला स्तरीय एंटी टास्क फोर्स समिति की ऑनलाइन बैठक हुई, जिसमें चिटैहरा गांव में पट्टे की जमीन का अवैध तरीके से क्रय-विक्रय करने का मामला उठा.
डीएम ने दी ये जानकारी
उन्होंने बताया कि अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) और दादरी एसडीएम की तरफ से इस घोटाले के मुख्य आरोपी तोमर को भू-माफिया घोषित करने का प्रस्ताव भेजा गया था. एलवाई के अनुसार, समिति ने प्रस्ताव पर विचार किया और तोमर को भू-माफिया घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि मूल रूप से बागपत के बरवाला गांव का निवासी तोमर दिल्ली के पटपड़गंज स्थित एक अपार्टमेंट में रहता है और फिलहाल उत्तराखंड की एक जेल में बंद है.
दरअसल, हरिद्वार के ज्वालापुरी थाने की पुलिस ने तोमर को करोड़ों रुपये के एक घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। नोएडा से पहले हरिद्वार और मेरठ जिला प्रशासन भी उसे भूमाफिया घोषित कर चुका है. जिलाधिकारी के मुताबिक, समिति ने यशपाल से जुड़ी फर्म ‘त्रिदेव रिटेल प्राइवेट लिमिटेड’ को भी भू-माफिया घोषित कर दिया है. यह फर्म दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित दिवान सी अपार्टमेंट के पते पर पंजीकृत है. उन्होंने बताया कि तोमर और उसकी फर्म के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा.
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इन लोगों पर दर्ज होगा मुकदमा
जिला अधिकारी ने बताया कि चिटैहरा भूमि घोटाले में कुछ प्रशासनिक और राजस्व विभाग के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) से इस घोटाले में संलिप्त अफसरों की सूची मांगी है. एलवाई के मुताबिक, एंटी टास्क फोर्स समिति की बैठक में नोएडा के बहलोलपुर और सर्फाबाद निवासी पांच लोगों (रामवीर ,ओमपाल, अरुण, मुकेश और मनोज) को भी भू-माफिया घोषित करने का फैसला किया गया. उन्होंने बताया कि ये लोग हिंडन नदी के पुस्ता किनारे अवैध रूप से कॉलोनी काट रहे हैं और इनके खिलाफ जल्द मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
इस बीच, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने 51 कॉलोनाइजर को भू-माफिया घोषित करने के लिए उनके नामों की सूची जिला प्रशासन को भेजी थी. हालांकि, गुरुवार को हुई एंटी टास्क फोर्स समिति की बैठक में समिति ने कुछ लोगों की भूमिका पर संदेह जताते हुए उनका नाम सूची में न होने की बात कही.