नोएडा: कोरोना महामारी के दौरान कई समस्याओं से लोग जूझते नजर आए. किसी को बेड नहीं मिल रहा तो, किसी को ऑक्सीजन तो कोई घर में क्वारन्टीन होकर डॉक्टर की सलाह से दूर है. ऐसी कई परेशानियों से लोग दो-चार होते हुए नजर आए और इन्हीं समस्याओं को विराम देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री व क्षेत्रीय सांसद डॉ महेश शर्मा ने कोविड-19 सेंटर की शुरुआत की. जिसके तहत सभी समस्याओं का निदान किया जा रहा है और हर रोज सैकड़ों लोग इस हेल्पलाइन सेंटर की मदद से लाभान्वित हो रहे हैं.


महेश शर्मा खुद भी रहते हैं सक्रिय


इस कोविड-19 पर 10 से 15 लोग सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक लोगों की समस्याओं को सुनते हैं और उनका तत्कान समाधान करते हैं. अगर समस्या का समाधान होने में कोई अड़चन आती ही तो खुद सांसद डॉ महेश शर्मा देखते हैं. इस हेल्पलाइन सेंटर पर प्रतिदिन 200 से 300 कॉल आती हैं और सभी का समाधान किया जाता है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें डॉक्टरों की सलाह लेनी होती ही तो उन्हें विडीयो कॉलिंग कर डॉक्टरों की सलाह भी दिलाई जाती है. वहीं, जिन मरीजों को तत्काल उपचार की जरूरत है उन्हें निशुल्क उपचार भी मुहैया कराया जा रहा है.
 
क्षेत्रीय सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा ने बताया कि, सिर्फ एक नंबर से लोगों को कोविड-19 की सभी समस्या से निदान मिल रहा है और अब तक इस हेल्पलाइन सेंटर से हजारों लोग लाभ ले चुके हैं और ये हेल्प लाइन तब तक चालू रहेगी, जब तक इस महामारी से हमारा देश पूरी तरह से निजात पा नहीं जाता. 


ग्रामीणों को मिल रही हैं मदद


इस हेल्पलाइन सेंटर से सबसे ज्यादा ग्रामीण लाभान्वित हुए हैं, क्योंकि उन्हें कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा था. उन्हें इस जानकारी का भी अभाव रहता था कि वो कोरोना महामारी से बचने के लिए क्या करें, अगर परिवार का सदस्य संक्रमित हो गया तो उसे घर में किस तरह से उपचार दें. अस्पतालों में आने के भय से डॉक्टरों के परामर्श से भी अछूते रह रहे थे ग्रामीण. इसलिए कोविड हेल्पलाइन नंबर 01202444442 के जरिए ग्रामीणों की हर समस्याओं का समाधान हुआ और लगातार सैकड़ों लोग प्रतिदिन इस हेल्पलाइन की मदद ले रहे हैं. 


कम हुये कोरोना संक्रमण के मामले


क्षेत्रीय सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि, वह सांसद होने के साथ-साथ एक चिकित्सक भी हैं. इसलिए इस महामारी से जिले को कैसे मुक्त कराया जाए, इसके लिए वह निरंतर प्रयासरत हैं. लेकिन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने जिस तरह से इस महामारी से निपटने के लिए कदम उठाए हैं, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है, क्योंकि पिछले 24 घंटे में जिले में महज 69 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए और इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह प्रदेश में लगने वाला लॉक डाउन है. 


तीसरी वेव से निपटने की तैयारी


उन्होंने कहा कि, इस महामारी की तीसरी वेव को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. हम लोग भी तैयारी में जुट गए हैं. कल ही हमने बच्चों के लिए 15 वेल्टीलेटर खरीदे हैं. वहीं बेड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए भी प्रयास जारी है, ताकि अगर इस महामारी का प्रकोप अगर इसी तरह आगे जारी रहा तो हम उससे निपटने में लोगों की अधिक से अधिक मदद कर सके. 


कोरोना वैश्विक महामारी की तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चों को खतरा बताया जा रहा है. इसलिए अस्पतालों में सबसे ज्यादा तैयारी बच्चों को लेकर की जा रही है. वहीं, इस हेल्पलाइन से लोगों को काफी ज्यादा लाभ मिल रहा है.


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