Noida News: डिप्रेशन की समस्या से निपटने के लिए नोएडा में बनाया गया खास प्लान, 10 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की होगी काउंसलिंग
UP News: नोएडा में लगभग 20 हजार उद्योगों में हेल्प डेस्क बनाने की योजना है. यह हेल्प डेस्क उद्योग में काम करने वाले लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखने का काम करेगा.
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Noida News: अक्सर लोग जब शारीरिक रूप से बीमार होते हैं तो डॉक्टर से जाकर दवाई ले आते हैं, इस पर खुलकर बात भी की जाती है. अगर बीमार शख्स किसी कंपनी में काम करता है तो उसे बीमार होने पर छुट्टी भी मिल जाती है, लेकिन कई बार कार्यस्थल पर काम करने वाला कर्मचारी वर्क प्रेशर और अपनी नौकरी की परेशानियों को लेकर मानसिक समस्याओं से ग्रसित रहता है. लेकिन इसपर कोई बात नहीं की जाती और उसे खुद भी समझ नही आ पता है कि आखिर वो किस परेशानी से जूझ रहा है.
कंपनियों में बनाए जाएंगे मानसिक स्वास्थ्य हेल्प डेस्क
कोरोना काल के बाद लोगों में डिप्रेशन और मानसिक समस्या जैसी परेशानी ज्यादा बढ़ गई है. खासतौर पर नौकरी पेशा वर्ग के लोगों को अपने कार्य स्थल पर तनाव और नौकरी की अनिश्चितता जैसी परेशानी की चिंता सताने लगी है. जिसे देखते हुए नोएडा में स्वास्थ्य विभाग ने एक प्लान तैयार किया है. जिसके तहत नौकरीपेशा लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाए. इस प्लान के अंतर्गत जिले के लगभग 20 हजार उद्योगों में हेल्प डेस्क बनाने की योजना है. यह हेल्प डेस्क उद्योग में काम करने वाले लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखने का काम करेगा.
स्वास्थ्य विभाग ने काउंसलिंग को किया अनिवार्य
स्वास्थ्य विभाग ने नौकरी पेशा लोगों में बढ़ते मानसिक तनाव को देखते हुए यह प्रस्ताव तैयार किया है. जिससे जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा. डीएम की मंजूरी मिलने के बाद 20,000 उद्योगों में काम करने वाले 10 लाख से ज्यादा कर्मचारियों की काउंसिलिंग को अनिवार्य कर दिया जाएगा. इसको लेकरस्वास्थ्य विभाग की जिला सलाहकार डॉ. श्वेता खुराना ने बताया कि लोगों की शारीरिक स्वास्थ्य का जितना महत्व है, उतना ही मानसिक स्वास्थ्य का भी होना चाहिए. इसको देखते हुए यह प्रस्ताव तैयार किया गया है.
फिलहाल जिले में जिला अस्पताल को छोड़कर चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं, जहां काउंसलर मौजूद रहते हैं, लेकिन अगर बीते 2 साल की बात की जाए तो कोरोना की वजह से लोगों की जिंदगी बहुत प्रभावित हुई है ऐसे में मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ा है. मानसिक स्वास्थ्य से ग्रसित लोगों की तादाद बढ़ गई है. मौजूदा वक्त में जिले में 20 हजार औद्योगिक इकाइयां है, जिसमें लगभग 10 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, इन सबकी काउंसलिंग को अनिवार्य कर दिया जाएगा. जल्द ही डीएचएस की बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा, जिसके बाद कंपनियों में मानसिक स्वास्थ्य हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे.
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