रंगदारी मांगने के आरोप में साइबर सेल के कॉन्स्टेबल समेत दो गिरफ्तार, जानें- पूरा मामला
जांच के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में नोएडा पुलिस ने साइबर सेल के एक कॉन्स्टेबल समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों की पहचान साइबर में तैनात कॉन्स्टेबल नितिन चौधरी और मोदीनगर गाजियाबाद निवासी सोनू के रूप में हुई है.
नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने एक कंपनी से जांच के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में साइबर सेल के एक कॉन्स्टेबल सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, सब इंस्पेक्टर सहित 5 पुलिसकर्मी फरार हैं, जिनकी तालाश जारी है. गिरफ्त में आया एक आरोपी नोएडा के साइबर थाना में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात है.
7 लाख रुपये की मांग पुलिस ने बताया कि थाना फेस 3 पुलिस में सोमवार को एक शख्स ने मामला दर्ज करवाया और बताया कि मेरी कंपनी जो सेक्टर 65 में बंधन फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के नाम से है वहां बीते 10 फरवरी को सिविल कपड़ों में एक टीम आई और अपने आप को साइबर सेल थाना नोएडा का पुलिसकर्मी बताया. कंपनी के तीन लोगों को अपने साथ ले गए और उनको छोड़ने के एवज में 7 लाख रुपये की मांग की, जिसके बाद 5 लाख रुपये में तीनों को छोड़ने का सौदा हुआ.
पुलिस को दी सूचना शख्स के मुताबिक पुलिसकर्मियों को उसी दिन 2 लाख रुपये देकर तीनों को छुड़ा लिया गया. बाकी के 3 लाख बाद में देने की बात की हुई. पुलिस कर्मियों ने पीड़ित को धमकाया की अगर बाकी के पैसे उन्हें जल्दी नहीं दिए गए तो उनके ऊपर करवाई की जाएगी. पुलिस कर्मियों ने बाकी के पैसों को लेकर बीते 14 फरवरी को शख्स को नोएडा स्टेडियम पर बुलाया. जिसके बाद पीड़ितों ने सेक्टर 12/22 चौकी को पूरे मामले की सूचना दी, सूचना मिलते ही पुलिस ने करवाई करते हुए पैसे लेने आए दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया.
फरार आरोपियों की तलाश जारी गिरफ्तार लोगों की पहचान साइबर में तैनात कॉन्स्टेबल नितिन चौधरी और मोदीनगर गाजियाबाद निवासी सोनू के रूप में हुई है. दोनों ने पूछताछ में बताया कि उस दिन साइबर थाना नोएडा के सब इंस्पेक्टर सहित पांच अन्य लोग शामिल थे. जिनके नाम चेतन प्रकाश, सुमित पावला, सुमित शर्मा, अतुल नागर सुमित मंडार हैं. फिलहाल पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को भ्रष्टाचार और रंगदारी जैसे अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बाकी अरोपियो के तलाश जारी है.
पहले भी लगे हैं भ्रष्टाचार के आरोप नोएडा साइबर पुलिस का ये पहला कारनामा नहीं है. पहले भी नोएडा पुलिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं. गौतम बुद्ध नगर में अधिकारी बदले, सिस्टम बदलकर कमिश्नरी सिस्टम लागू हुआ, लेकिन नोएडा पुलिस अभी भी भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में खड़ी है. गौतम बुद्ध नगर में कॉल सेंटर और फाइनेंस कंपनी को लेकर पहले भी साइबर क्राइम पुलिस ओर स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लग चुके हैं.
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