नोएडा. कोरोना की दवाइयों की कालाबाजारी के बाद अब ब्लैक फंगस संक्रमण के इंजेक्शन की भी कालाबाजारी शुरू हो गई है. दिल्ली से सटे नोएडा में ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को धर दबोचा है. आरोपियों में से एस फार्मेसी का सुपरवाइजर है.
अपर पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रणविजय सिंह ने बताया कि थाना सेक्टर 58 पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर रविवार को बुलंदशहर निवासी अनुराग कुमार और सेक्टर 122 निवासी अंकित भट्ट को गिरफ्तार किया. अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे ब्लैक फंगस और कोविड-19 के उपचार में काम आने वाले इंजेक्शन रेमडेसिवीर और एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन ब्लैक में बेचते थे.’’
उन्होंने बताया कि एक निजी फार्मेसी में सुपरवाइजर के पद पर तैनात अनुराग फार्मेसियों और अन्य माध्यम से कम कीमत पर इंजेक्शन खरीदकर लाता था और उसे ब्लैक में बेच कर पैसे आपस में बांट लेते थे. अधिकारी ने बताया कि बरामद इंजेक्शन की कीमत 2000 रुपये से लेकर 3500 रुपये तक है, लेकिन आरोपी लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर इन्हें 15,000 हजार से लेकर 20,000 रुपये या उससे ज्यादा में बेचते थे. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन की दो शीशियां मिली हैं.
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