नोएडा,एबीपी गंगा। नोएडा सेक्टर 63 स्थित मैट्रो इन्फो सल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर परितोष के अपहरणकर्ताओं को शुक्रवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ के दौरान जो जानकारियां सामने आईं, उसके बाद पुलिस के होश उड़ गये। इस संबंध में 4 लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहरण में इस्तेमाल की गई दोनों कार भी बरामद कर ली।


जानकारी के मुताबिक 18-19 अप्रैल की दर्मयानी रात मेट्रो इन्फो सॉल्यूशन कंपनी के मैनेजर का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस को जानकारी मिलते ही उन्होंने पूरी कार्रवाई की योजना बनाई। पुलिस की घेराबंदी के बाद ये लोग कंपनी के मैनेजर को सड़क पर फेंक कर फरार हो गए थे। जिसके बाद पुलिस इन लोगों की तलाश में लगी रही। पुलिस ने जाल बिछाकर मुख्य अभियुक्त अरुण यादव समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों के मुताबिक इनके 6 साथी अभी भी फरार हैं जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा।


एसएसपी वैभव कृष्ण ने जानकारी देते हुए बताया कि उसी रात मैनेजर परितोष को सकुशल बरामद कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि इन लोगों का इस कॉलसेंटर से लेनदेन था, जिसको लेकर ये परितोष को ले जा रहे थे ताकि इन्हें दिल्ली ऑफिस से पैसा मिल सके। क्योंकि इन्हें पता था कि दिल्ली ऑफिस में कैश हमेशा रहता है। इस पूरी वारदात में अरुण, अंकित और सुनील मास्टरमाइंड थे। पुलिस ने अरुण समेत चार लोगों की गिरफ्तारी की। फरार अभियुक्तों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।


पुलिस की माने तो अपहरणकर्ताओं ने पूछताछ में बताया की उनका 10 लाख का लेनदेन था जिसे ये कॉल सेंटर दे नहीं रहा था। जिसके बाद अंकित,अरुण और सुनील ने अपने दोस्तों के साथ करीब 12 बजे रात में आये और कंपनी के मैनेजर परितोष को हथियारों के बल पर ले जा कर इनके दिल्ली ऑफिस से पैसा लेने वाले थे। लेकिन इस बीच नोएडा पुलिस ने सक्रियता दिखाई और आरोपियों के पारितोष को रास्ते में ही छोड़कर भागना पड़ा।


एसएसपी के मुताबिक अपहरण को लेकर परितोष ने कुछ नहीं बताया था। पुलिस ने जब अभियुक्तों को गिरफ्तार किया तो पूछताछ में लेनदेन का मामला सामने आया। अभी इनके कई साथी फरार हैं और इनको गिरफ्तार करने में स्टार वन तीन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जिसके लिए स्टार वन प्रभारी धर्मेंद्र शर्मा और उनकी टीम को 5000 का नगद इनाम मेरी तरफ से दिया जाता है।