Noida Schools Fees Hike: पिछले 2 साल से देश में लोग कोरोना की मार झेल रहे हैं. उसके बाद अब महंगाई ने लोगों को परेशान कर रखा है. इस बीच गौतमबुद्धनगर में स्कूलों की फीस बढ़ाई जाने लगी है. दरअसल तमाम प्राइवेट स्कूलों ने अपनी वेबसाइट पर स्कूलों की फीस बढ़ाने का सर्कुलर भी जारी कर दिया है जिसके मुताबिक जुलाई महीने से स्कूलों की फीस में 10 फीसदी का इजाफा किया जाएगा. बच्चों की फीस बढ़ाने का सीधा असर उनके पैरेंट्स की जेब पर पड़ने वाला है. यही वजह है कि पैरेंट्स इस नए सर्कुलर का विरोध कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में  विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले शासन ने आदेश किया था जिसके मुताबिक इस साल फीस में इजाफा नहीं होगा बल्कि पिछले 2 साल से जो फीस चल रही है वो ही लागू रहेगा इससे पैरेंट्स को थोड़ा सुकून मिला था.


चुनाव खत्म होने के बाद आदेश हुआ वापस
जैसे ही उत्तर प्रदेश में चुनाव खत्म हो गए उसके बाद शासन ने नया आदेश जारी किया जिसके मुताबिक प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ाने पर जो रोक लगाई थी उसे शासन ने वापस ले लिया. इसके बाद अब स्कूलों में जुलाई से फीस बढ़ोतरी को लेकर सर्कुलर दिया जा रहा है. इससे पहले अप्रैल महीने में स्कूलों ने अपना ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ाया था और अब स्कूलों ने फीस बढ़ाने का सर्कुलर भी जारी कर दिया है.


फीस बढ़ाने की बात को लेकर पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज कटारिया ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि अगर शासन को स्कूलों की फीस बढ़ाने का फैसला लेना था चुनाव से पहले लेना चाहिए था, तब इसपर रोक लगा दी गई थी, लेकिन जैसे हो चुनाव खत्म हुए उसके बाद सरकार ने यह फैसला वापस ले लिया. अब अचानक से फीस बढ़ाने से पेरेंट्स पर इसका भार पड़ेगा. उन्होंने बताया कि फीस बढ़ाने का फैसला हमेशा किसी भी सेशन के शुरुआत में लिया जाता है. लेकिन तब सरकार की ओर से कहा गया था कि साल पिछले 2 साल यानी 2020- 2021 वाला फीस स्ट्रक्चर ही लागू रहेगा. लेकिन इसे वापस लेने के बाद स्कूलों ने फीस बढ़ाना शुरू के दिया है. स्कूल अपनी वेबसाइट पर इसकी जानकारी भी साझा करने लगे हैं. तमाम प्राइवेट स्कूलों ने धीरे-धीरे अपनी वेबसाइट पर बढ़ी हुई फीस का सर्कुलर भी जारी कर दिया है. उन्होंने बताया कि किसी भी स्कूल की फीस बढ़ाने से एक महीना पहले इसकी जानकारी अपनी वेबसाइट पर देनी होती है.


डीएम से करेंगे बात, निकालेंगे निष्कर्ष
वहीं मनोज कटारिया ने आगे बताया कि इस तरह से स्कूल फीस बढ़ाने पर पैरेंट्स चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने बताया कि अभी पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन जिले के डीएम से मुलाकात करेंगे और उन से अनुरोध करेंगे कि अगर फीस बढ़ाना भी है तो इसे अगले सेशन के लिए बढ़ाया जाए क्योंकि कभी भी सेशन की शुरुआत से ही फीस बढ़ाई जाती है. जुलाई में इस तरह से फीस बढ़ाना पैरेंट्स के लिए भी सही नहीं रहेगा. वहीं बहुत सारे पेरेंट्स अभी भी कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई में ही लगे हुए हैं क्योंकि 2 साल तक बहुत सारे घरों में आमदनी का स्रोत कम हो गया था. ऐसे में डीएम से अनुरोध की जाएगी इस साल फीस ना बढ़ाई जाए बल्कि अगर फीस बढ़ाना भी है तो इसे अगले सेशन के लिए बढ़ाया जाए.


किस स्कूल की कितनी होगी फीस
अगर नए फीस स्ट्रक्चर के मुताबिक देखा जाए तो 7 से 10 फीसदी इजाफे के साथ समरविल स्कूल कि मंथली कंपोजिट फीस 11,180 रुपए से बढ़कर 12 हजार रुपए हो जाएगी. रामाज्ञा स्कूल कि फीस 9605 रुपए से बढ़ कर 10,515 रुपए हो जाएगी. कैंब्रिज स्कूल कि फीस 6,270 रुपए से बढ़ कर 6,640 रुपए हो जाएगी. वहीं लोटस वैली इंटरनैशनल स्कूल कि फीस 13,770 रुपए से बढ़ कर 14,270 रुपए हो जाएगी और खेतान स्कूल की तीन महीने कि कंपोजिट फीस  28,970 रुपए से बढ़कर 31,800 रुपए हो जाएगी.


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