देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के एक अपार्टमेंट में करीब 100 परिवार पिछले चार दिन से बिना बिजली के रह रहे हैं. करोड़ों की बिजली चोरी पकड़े जाने के बाद नोएडा के सेक्टर 79 में स्थित हिल्सटन अर्बटेक सोसाइटी की बिजली मंगलवार को काट दी गई थी. इसके बाद से ही एक 18 मंजिला ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग अंधेरे में रह रहे हैं. बिजली न होने की वजह से अपार्टमेंट की लिफ्ट भी नहीं चल रही है और लोग घर का सामान्य कामकाज भी नहीं कर पा रहे हैं.
पढ़ नहीं पा रहे हैं बच्चे
इस अपार्टमेंट के एक निवासी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया,''इस हाई-टेक मॉडल शहर में स्थित हमारी सोसाइटी में पिछले चार दिन से बिजली नहीं है. लिफ्ट काम नहीं कर रही है. हमें सीढ़ियों से कई-कई मंजिलें चढ़ना और उतरना पड़ रहा है. बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.''
गुरुवार तड़के करीब 2 बजे तक इस सोसाइटी में रहने वाले लोगों ने किसी तरह से जनरेटर से काम चलाया. लेकिन उन्हें अभी तक इसका कोई स्थायी समाधान नहीं मिला है. इससे परेशान बहुत से लोग अपनी बात सोशल मीडिया पर रख रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं दर्द
एक व्यक्ति ने ट्वीटर पर लिखा है, ''सर, मुझे विश्वास है कि नोएडा की तुलना में पडरौना बहुत विकसित है.यह नोएडा अथॉरिटी के लिए शर्म की बात है. नोएडा के सेक्टर 79 के सामने ही सैमसंग जैसी बड़ी इंडस्ट्री है, इसके सामने ही अर्बटेक की हिल्सटन सोसाइटी है, लेकिन इसमें उत्तर प्रदेश बिजली विभाग का बिजली कनेक्शन नहीं है. हम अंधेर में रह रहे हैं.''
इस सोसाइटी में बिल्डर की ओर से की जारी रही बिजली चोरी के बाद इसकी बिजली काट दी गई है. एक और निवासी ने स्थानीय बिजली बोर्ड और पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम को जवाब देते हुए ट्वीट किया है, बिल्डर की गलतियों की वजह से आपने बिजली काट दी है.
क्या है पूरा मामला
अपनी समस्या का समाधान करवाने एक सोसाइटी के निवासियों को एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलने गया था. लेकिन वो किसी अधिकारी से नहीं मिल पाए.इसके अलावा वो नेताओं से भी बिजली कनेक्शन जुड़वाने की अपील कर रहे हैं.लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है.
अखबार 'हिंदुस्तान' की एक खबर के मुताबिक इस सोसाइटी में तीन टॉवरों में करीब 250 फ्लैट हैं. चौथा टॉवर भी बन रहा है. तीन टॉवर में करीब 100 परिवार रह रहे हैं.इन्हीं में से कुछ लोगों ने विद्युत निगम के एमडी से सोसाइटी में बिजली चोरी की शिकायत की थी. उनका कहना था कि बिल्डर निगम के अधिकारियों के साथ मिलकर बिजली चोरी कर रहा है. इस शिकायत पर मेरठ से आई विजिलेंस की एक टीम ने छापामार कार्रवाई की. इसमें बिजली चोरी का पता चला. इससे विद्युत निगम को करीब 24 करोड़ का नुकसान होने की बात सामने आई है.