नोएडा: हर रोज भागदौड़ से भरी जिंदगी में तनाव से मुक्ति पाने के लिए इंसान न जाने क्या-क्या करता है. और जब इससे पार नहीं पा पाता है तो उसे आत्महत्या सबसे सरल उपाय लगता है. मौत को गले लगाकर अपनी जीवन लीला को खत्म कर लेता है. ऐसे ही बीते दिनों के बीच 24 घंटे के अंदर सात मामले खुदखुशी के राजधनी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर के अलग-अलग थानों से सामने आए हैं.


पुलिस कर रही है जांच
नोएडा में खुदकुशी के सात मामले आने के बाद पुलिस भी सकते में है. शुरुआती जांच में पुलिस इन आत्महत्याओं का कारण सिर्फ तनाव मान रही है. नोएडा एडिशनल सीपी लव कुमार ने कहा कि 4 मामले होली वाले दिन के हैं. 3 मामले अन्य दिनों के हैं. अगर 24 घंटे के अंदर की बात करें तो 4 सुसाइड के मामले 29 मार्च होली के दिन के हैं. सभी मामलों में शव का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है. सभी मामलों में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है.





मानसिक तनाव
बता दें कि पहला मामला नोएडा थाना 49 क्षेत्र में स्थित अजनारा हैरीटेज सोसाइटी का है. यहां रहने वाले एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने खुदखुशी कर ली थी. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक करीब 45 वर्षीय तबरेज खान ने मंगलवार को अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. शुरुआती जांच में सामने आया कि खान गुरुग्राम की एक कंपनी में काम करता था और इसने अपनी कंपनी के लिए कोई प्रोजेक्ट तैयार किए थे जो अस्वीकृत हो गए थे. इस वजह से वो मानसिक तनाव में था जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली.


इलाज के दौरान हुई मौत
वहीं, दूसरा मामला नोएडा के थाना फेस-3 क्षेत्र में सेक्टर-119 स्थित एल्डिको आमंत्रण सोसायटी का है. यहां रहने वाली 20 वर्षीय युवती कुमारी पार्थवी चंद्रा ने बीते सोमवार की रात अपने फ्लैट में छत के पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी. पुलिस की मानें तो उसके घरवालों ने गंभीर हालत में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस खुदकुशी के कारण का पता लगाने के लिए मामले की जांच कर रही है.


पंखे से लटककर दी जान
तीसरा मामला नोएडा थाना फेस-3 क्षेत्र के वाजिदपुर गांव का है. यहां रहने वाले वाली करीब 40 वर्षीय गीता देवी ने बीते सोमवार की रात को अपने घर पर पंखे से लटककर जान दे दी. गीता देवी ने आत्महत्या क्यों की है. ये पता लगाने की पुलिस कोशिश कर रही है.



भीम ने की खुदकुशी
चौथा मामला ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी के लुहारली गांव का है जहां 28 वर्षीय युवक भीम ने सुसाइड कर लिया. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. खुककुशी के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है.


मानसिक तनाव के चलते दी जान
पांचवा मामला नोएडा थाना सेक्टर-49 क्षेत्र के बरौला गांव में रहने वाले 40 बर्षीय धर्मेंद्र मिश्रा का है. धर्मेंद्र ने कथित तौर पर मानसिक तनाव के चलते पंखे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस मामले की जांच कर रही है.


पंखे से फंदा लगाकर की आत्महत्या
छठा मामला नोएडा थाना सेक्टर-20 क्षेत्र का है. यहां रहने वाले 30 वर्षीय युवक प्रकाश हलदर ने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने में जुट गई है.


पुलिस भी है हैरान
वहीं, पुलिस के मुताबिक सातवां मामला नोएडा के थाना सेक्टर-49 क्षेत्र का है. यहां रहने वाले सतपाल ने कथित तौर पर मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या कर ली. फिलहाल 24 घंटों के सात आत्महत्या के मामले आने के बाद पुलिस भी हैरान है. तनाव के चलते कोई इतनी जल्दी और इतनी आसानी से कैसे अपनी जीवन लीला खत्म कर सकता है. पुलिस इन सभी घटनाओं के पीछे तनाव को एक बड़ा कारण मान रही है.



बीमारी को करते हैं अनदेखा
मनोचिकित्सक डॉ अनीता शर्मा बताती हैं कि ये मानव के बीच कॉमन बीमारी है. उसके बावजूद भी हम इसे अनदेखा कर देते हैं. हम अगर परसेंटेज की बात करें तो आज कल जनसंख्या के अनुरूप है 5 प्रतिशत लोगों के बीच बीमारी मिलेगी. इसके लक्षण आदमी आसानी से पहचान सकता है. जैसे कमजोरी महसूस करना, भूख न लगना, उदास रहना किसी एक्टिविटीज में हिस्सा न लेना या समाज से दूरी बनाके रखना. शुरुआती तौर पर इसे अनदेखा न करके डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए. अगर ऐसा कोई मानसिक रोगी नहीं करता है तो वो धीमे-धीमे इसका गंभीर रूप से शिकार होता जाता है और एक दिन वो आत्महत्या जैसे कदम उठाने के बारे में सोचने लगता है या कर लेता है.


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