Noida Supertech twin Tower: दिल्ली से सटे नोएडा (Noida) में अवैध रूप से बनी सुपरटेक ट्विन टॉवर (Supertech Twin Tower) की बिल्डिंग को गिराने के लिए एडिफिस एजेंसी (Edifice Agency) ने तकरीबन 200 से ज्यादा श्रमिक और इंजीनियरों की टीम को लगाया है. ट्विन टावर को तोड़ने (supertech twin tower demolition) का काम सुपरटेक बिल्डर से लेने वाली एजेंसी ने दक्षिण अफ्रीका की जट जमला लिसन एजेंसी को भी सहयोगी बनाया है. अफ़्रीका की इसी एजेंसी के पास कंट्रोल ब्लास्ट करने में माहिर कई एक्सपर्ट हैं.

 

ट्विन टॉवर को तोड़ने का काम शुरू

 

नोएडा के सेक्टर 93-ए  में स्थित सुपरटेक ट्विन टॉवर (Supertech Twin Tower) पर हथौड़ा चलने लगा है. मजदूरों द्वारा मैनुअल यानी हाथों से इमारत की दीवारों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है. ये कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुरू कर दी गई है. इस काम के लिए एडिफिस एजेंसी ने तकरीबन 200 श्रमिक और इंजीनियर की टीम को लगाया है. सुपरटेक के 32 मंजिला ट्विन टावर में हथौड़े से ग्रिल, खिड़की और ईंटों को निकलवाया जा रहा है. बता दें कि अगले दो दिनों में एजेंसी अथॉरिटी को ब्लास्ट का डिज़ाइन देगी. दोनों ही टावरों को विस्फोटक से 22 मई तक ढहाया जाना प्रस्तावित है.

 

शुरुआत में मैनुअली तोड़ी जा रही है बिल्डिंग

 

ब्लास्ट से पहले मैनुअल काम शुरू करने की वजह यह भी मानी जा रही है कि बहुमंजिला इमारत की दीवारों को ज्यादा से ज्यादा तोड़कर इमारत का वजन कम किया जा सके, साथ जी साथ ब्लास्ट के दौरान बिल्डिंग में लगे लोहे और लकड़ी की चीजें छिटककर खतरा न बनें इसलिए उसे पहले से ही निकाला जा रहा है. बता दें एडिफिस एजेंसी (Edifice Agency) ने दक्षिणी अफ्रीका की जेट डेमोलिशन एजेंसी को सहयोगी बनाया है जो दोनों टावर को गिराएगी.

 


 

ब्लास्ट करके धराशायी की जाएगी बिल्डिंग

 

ट्विन टावर को तोड़ने का काम सुपरटेक बिल्डर से लेने वाली एजेंसी ने दक्षिण अफ्रीका की जट जमला लिसन एजेंसी को भी सहयोगी बनाया है. अफ़्रीका की इस एजेंसी के पास कंट्रोल ब्लास्ट करने में माहिर कई एक्सपर्ट हैं. एक्सपर्ट की टीम को 25 फरवरी से यहां पर आना शुरू हो जाएगी. तब तक एजेंसी ब्लास्ट के डिजाइन पर मंजूरी हासिल कर चुकी होगी. फिर विस्फोटक लगाने व उसकी वायरिंग तैयार करने का काम दक्षिण अफ्रीका की टीम की निगरानी में किया जाएगा.

 

एजेंसी को कराना होगा जोखिम बीमा

 

टावर तोड़ने वाली एजेंसी को बिल्डिंग तोड़ने से पहले 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का जोखिम बीमा कराना होगा. बीमा को लेकर प्रक्रिया कहां तक पहुंच गई है इसकी जानकारी नोएडा प्राधिकरण एजेंसी से ब्लास्ट डिज़ाइन आने के बाद लेगी. बीते दिनों खबर आई थी कि ट्रक में भरकर बड़ी मात्रा में नोएडा तक विस्फोटक लाया जाएगा. इसके लिए एक ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया जाएगा. पुलिस के पहरे में विस्फोटक से भरे ट्रक को किसी गुप्त जगह पर ले जाया जाएगा. यहां भी 24 घंटे ये विस्फोटक पुलिस और प्राइवेट सिक्योरिटी के पहरे में रहेगा. 

 

सुप्रीम कोर्ट ने घोषित किया है अवैध

 

इस विस्फोटक का इस्तेमाल नोएडा में ट्विन टावर को गिराने में किया जाएगा. अमेरिका और साउथ अफ्रीका की कंपनी मिलकर सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराने का प्लान तैयार कर रहे हैं. गौरतलब है कि दो टावर के बीच की दूरी के नियम का पालन न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने टावर को अवैध घोषित कर दिया है. जिसके बाद इसे गिराने का आदेश दिया गया.

 

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