Noida Twin Tower Demolition: ट्विन टावर की जमीन पर नए निर्माण को लेकर आमने-सामने हुआ सुपरटेक और आरडब्ल्यूए, मंदिर बनना मुश्किल!
Noida Twin Tower Demolition: सुपरटेक ने सालों पहले ट्विन टावर के निर्माण की शुरुआत की थी, जिसके बाद आरडब्ल्यूए ने इसके खिलाफ अभियान छेड़ा और टावर को अवैध घोषित कर दिया गया.
Noida Twin Tower Demolition: नोएडा (Noida) के सेक्टर 93ए में बने सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को गिरे हुए अभी कुछ ही दिन हुए हैं. ऐसे में ट्विन टावर गिरने के बाद जो हजारों टन मलबा निकला है, उसके निस्तारण का काम जारी है. मलबा हटने के बाद ट्विन टावर की साइट पर अब क्या नया बनाया जाए? इसको लेकर सुपरटेक और एमराल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए आमने-सामने आ गए हैं. एक ओर जहां ट्विन टावर को तैयार करने वाली सुपरटेक उस साइट पर नया निर्माण करने की बात कर रही है, वहीं आरडब्ल्यूए का कहना है कि उनकी इजाजत के बिना ट्विन टावर की जमीन पर किसी भी तरह का निर्माण नहीं होगा.
नए निर्माण को लेकर सुपरटेक ने अपना रुख साफ कर दिया है कि अगर प्राधिकरण इसकी अनुमति नहीं देता है, तो वो अपनी जमीन और ब्याज का पैसा वापस लेंगे. सुपरटेक ने सालों पहले ट्विन टावर के निर्माण की शुरुआत की थी, जिसके बाद आरडब्ल्यूए ने इसके खिलाफ अभियान छेड़ा और टावर को अवैध घोषित कर दिया गया. करोड़ों रुपये की लागत से बने ट्विन टावर के गिरने के बाद वहां पड़ी खाली जमीन पर सुपरटेक नया प्रोजेक्ट लाने की तैयारी में है. इसको लेकर सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा बताते हैं कि ट्विन टावर की जमीन पर नया प्रोजेक्ट लाएंगे. अगर नोएडा प्राधिकरण इस पर रोक लगाता है तो सुपरटेक अपने जमीन की कीमत और ब्याज के पैसे वापस मांगेगी. वहीं सुपरटेक नए निर्माण से पहले आरडब्ल्यूए की भी मंजूरी लेगा.
ये भी पढ़ें- Greater Noida में एक साल में फर्जी डॉक्टर के झांसे में आई 80 से ज्यादा महिलाएं, IVF के नाम पर करता था इलाज
14 एकड़ जमीन हुई थी आवंटित
सुपरटेक के चेयरमैन के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण ने साल 2004 में सेक्टर 93ए में ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट के लिए जमीन आवंटित की थी. इसमें 14 एकड़ जमीन दी गई थी, जिसमें से दो एकड़ में ट्विन टावर को बनाया गया था. वहीं आरडब्ल्यूए के मंदिर बनाने के प्लान पर सुपरटेक का कहना है कि वो जमीन फिलहाल सुपरटेक के पास है. ऐसे में अगर वहां कोई भी निर्माण करना है, तो इसके लिए जमीन को पहले सुपरटेक से लेनी होगी. इस मामले में एमराल्ड कोर्ट आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष यूबीएस तेवतिया ने बताया है कि आरडब्लूए ने ट्विन टावर के अवैध निर्माण के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी है. ऐसे में अब वो ट्विन टावर कि साइट पर सुपरटेक को कोई नया निर्माण नहीं करने देंगे, क्योंकि वैसे भी टावर को ग्रीन एरिया में बनाया गया है.
ये भी पढ़ें- Noida News: नोएडा में बढ़ने लगे डेंगू के मामले, अब तक नौ मरीजों में हुई पुष्टि