Supertech Twin Towers Demolition: कल गिरेगी 'भ्रष्टाचार की इमारत', जानें कैसे हटाया जाएगा 28,000 टन मलबा
Noida Twin Tower Demolition - सुपरटेक ट्विन टावर को गिराने पर करीब 28000 टन सी एंड डी मलवा पैदा होगा. जिसे नोएडा (Noida) के सेक्टर 80 में स्थित सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में ले जाया जाएगा.
Supertech Twin Towers Demolition: नोएडा (Noida) के सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Towers) को कल यानि 28 अगस्त की दोपहर 2:30 बजे विस्फोट के जरिए ध्वस्त कर दिया जाएगा. टावर को गिराने से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है. साथ ही टावर के ध्वस्तीकरण से जुड़े सभी विभागों के अधिकारी भी लगातार ट्विन टावर पहुंचकर वहां जायजा भी ले रहे हैं. इस बीच नोएडा प्राधिकरण ने एक बार फिर बैठक करके विस्फोट से पहले कई अहम बिंदुओं पर फैसला लिया है. वहीं टावर गिराने वाली कंपंनी ने टावर गिरने पर जो मलबा जमा होगा उसका क्या किया जाएगा इसकी भी जानकारी दी गई है.
सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट में जाएगा मलबा
जहां एक ओर ट्विन टावर को गिराने की पूरी तैयारी हो गई है और अब विस्फोट अंतिम चरण में पहुंच गया है. वहीं अब टावर गिरने के बाद जो मलबा निकलेगा उसका निस्तारण भी चर्चा में है. ट्विन टावर में विस्फोट होने के बाद मलबे के निस्तारण को लेकर बैठक में टावर गिराने वाली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग ने बताया कि जब को टावर को गिराया जाएगा तब लगभग 28000 टन सी एंड डी मलवा पैदा होगा, एजेंसी ने बताया लोगों के मन में कई तरह के सवाल है कि आखिर इस मलबे का क्या होगा लेकिन कंपनी कि ओर से साइंटिफिक तरीके से इसका निस्तारण किया जाएगा. नोएडा प्राधिकरण का सेक्टर 80 में एक सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट है, और एडिफिस इंजीनियरिंग खुद मलबे को इस प्लांट तक पहुंचाएगी और जहां मलबे इसको प्रोसेस किया जाएगा. कंपनी कि ओर से बताया गया कि मलबे को उठाने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा.
28 अगस्त को नोएडा में नहीं उड़ेगा कोई जहाज
बता दें कि नोएडा अथॉरिटी की ओर से बताया गया कि अथॉरिटी ने 28 तारीख को होने वाले विस्फोट के मद्देनजर उड्डयन मंत्रालय को नोएडा शहर से हवाई जहाज नहीं उड़ाने देने पर सहमति के लिए पत्र लिखा था. अथॉरिटी कि ओर से बताया गया कि जब टावर को गिराया जाएगा उस वक्त धूल का गुबार बहुत ऊंचाई तक हवा में उड़ेगा और इससे वायु यातायात प्रभावित होगा. इसी बात को ध्यान में रखते हुए अथॉरिटी ने मंत्रालय को एक पत्र लिखा था जिसने यह कहा गया था कि 28 अगस्त के दिन जो विमान नोएडा शहर के ऊपर से उड़ कर जाए उनका रूट बंद कर दिया जाए और नोएडा के एयरस्पेस को बंद किया जाए जिस पर मंत्रालय ने अपनी सहमति दे दी जिसके तहत 28 अगस्त को नोएडा के आसमान में हवाई जहाज नहीं उड़ेगा.