Noida Twin Tower Demolition Highlights: ढहा दिया गया ट्विन टावर, एक धमाके से जमींदोज हुई करप्शन की इमारत, बगल की इमारतों को नहीं हुआ कोई नुकसान
Twin Tower Demolition Highlights Updates: नोएडा (Noida) के सेक्टर-93 ए (Sector-93) स्थित सुपरटेक के ट्विन टॉवर (Supertech Twin Tower) को गिरा दिया गया
सुपरटेक ट्विन टावर्स होने के बाद आसपास फैला धूल का गुबार. लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में है. धूल को स्थिर करने के लिए पानी को स्प्रे करने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने के बाद आस पास जमे धूल को स्थिर करने के लिए पानी को स्प्रे करने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है
नोएडा की CEO रितु माहेश्वरी ने कहा, 'आस-पास की हाउसिंग सोसाइटियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. अभी कुछ मलबा सड़क की तरफ आया है. हमें एक घंटे में स्थिति का बेहतर अंदाजा हो जाएगा.' लार्जली प्लान के तहत ही सबकुछ हुआ. कोई एक्सप्लोसिव न रहें,इसके लिए जांच की जा रही है अंदर. आसपास की सोसाइटी में कोई डैमेज नहीं हुआ है बाकी की स्थिति के बारे में एक घंटे बाद पता चलेगा. मलबा थोड़ा सा रोड पर आया है, एटीएस की तरफ.
नोएडा के पुलिस कमीश्नर ने जानकारी देते हुए बताया, 'एकसपर्ट टीम एसेसमेंट कर रही. अभी लार्जली प्लान के अकोर्डिंग ही सबकुछ हुआ. हम साइट पर मलबे को देखने जा रहे हैं.'
पार्श्वनाथ सोसाइटी की बाउंड्री से लग कर लोगों ने देखा ट्विन टॉवर्स का ध्वस्तीकरण. इस पल को लोगों ने अपने फोन में कैद किया. ध्वस्तीकरण होने के बाद तालियां बजा कर स्वागत किया और तेज़ी से सुरक्षित जगह पर भागते हुए लोग नजर आए। धुएं के गुबार ने सूरज की रौशनी को मानो कहीं गायब कर दिया.
ट्विन टावर को गिराए जाने के बाद मौके पर मौजूद पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं. एक ओर जहां स्मॉग गन से पानी का छिड़काव शुरू हो गया तो वहीं पुलिस भी इलाके में मौजूद लोगों को हटाने में जुटी रही.
विस्फोटों के जरिए अवैध रूप से बनाए गए 100 मीटर ऊंचे सुपरटेक के ट्विन टॉवर को चंद सेकंड में गिराया गया.
कुछ यूं ढही भ्रष्टाचार की इमारत
बलरामपुर जिले में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि यह भ्रष्टाचार की देन है कि इतनी बड़ी इमारत खड़ी हो गई. मामले का खुलासा कई पीआईएल और शिकायतों के बाद हुआ था. जिसके बाद उत्तर प्रदेश की सरकार व कोर्ट के सख्त आदेश के बाद आज उसे ध्वस्त किया जा रहा है उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करती है और किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जा रहा है. तमाम लोग यह सोच रहे थे कि किसी तरह बीच का रास्ता निकल आए लेकिन कोर्ट ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए उसे गिराने का निर्णय दिया था. इस आदेश का अनुपालन आज हमारी सरकार द्वारा किया जा रहा है और भ्रष्टाचार से बने ट्विन टावर को पूरी सतर्कता के साथ ढहा दिया जाएगा. इसके लिए व्यापक व्यापक इंतजाम किए गए हैं और साउथ अफ्रीका की एक एजेंसी को पूरा काम सौंपा गया है जो इस कार्य में विशेषज्ञ हैं और उन्होंने ऐसी कई बिल्डरों को धराशाई किया है. इसके लिए अधिकारी और कर्मचारियों सहित पुलिस की एक बड़ी फौज को वहां तैनात किया गया है. जिससे किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो और बिल्डिंग को सही तरीके से गिराया जा सके.
2.30 बजे ट्विन टावर को ढहा दिया गया.
लोग इमारत ढहते हुए देखने के लिए इमारत से दूर लोग बड़ी संख्या में मौजूद हैं.
अब से 5 मिनट बाद भ्रष्टाचार की इमारत ट्विन टावर ढहा दी जाएगी.
सभी डेटोनेटर को कनेक्ट किया जा रहा है ट्विन टॉवर के अंदर जो ब्रिंक्समैन गए हैं, 5 से 7 मिनट बाद कनेक्शन हो जाएगा
सभी 6 लोग जो ब्लास्ट के वक्त मौजूद रहेंगे वो 100 मीटर दूर पर खड़े होने के लिए जा रहें हैं.
ढाई बजे ट्विन टावर को ध्वस्त किया जाएगा उसके बाद जो धूल उड़ेगी उसकी संभावित दिशा क्या होगी. ट्विन टावर के ठीक सामने हाथ मे धूल लेकर उड़ाकर दिखाया है सुबह से हवाएं युमना एक्सप्रेस वे की ओर चल रही है
स्पॉट पर सी इन डी वेस्ट उठाने के लिए टीम पहुंच गई है. ट्विन टावर के गिरने के बाद अथॉरिटी की तरफ से जैसे ही कॉल कीट जाएगा स्पॉट पर 40 लोगो की टीम पुहंच के कंस्ट्रक्शन का वेस्ट रोड के आस पास से उठाएगी.क्विक रिस्पांस टीम पुहंची.
टीम को उम्मीद है कि 1 घंटे के अंदर आस पास रोड का सारा कंस्ट्रक्शन वेस्ट क्लियर कर दिया जाएगा.
साथ ही, प्राधिकरण द्वारा जिला न्यायालय गौतमबुद्धनगर में प्राधिकरण कर्मियों तथा मेसर्स सुपरटैक लिमिटेड के विरुद्ध अभियोजन की कार्रवाई के लिए मुकदमा भी दाखिल किया गया था. मामले में संलिप्त ऐसे 04 अधिकारी, जो वर्तमान में अलग-अलग प्राधिकरणों में कार्यरत थे, को निलम्बित करते हुए शासन द्वारा उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है.
जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर प्रकरण में संलिप्त 26 अधिकारियों/कर्मचारियों , सुपरटैक लिमिटेड के निदेशक एवं उनके वास्तुविदों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. नोएडा प्राधिकरण द्वारा सतर्कता अधिष्ठान, लखनऊ में दिनांक इसी मामले में अक्टूबर 2021 में प्राधिकरण के संलिप्त अधिकारी, सुपरटैक लिमिटेड के निदेशक तथा आर्किटेक्ट के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
मामले में सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डेढ़ दशक पुराने इस मामले की गहन जांच कराई थी. सितम्बर 2021 में सीएम योगी के आदेश पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त की अध्यक्षता में 04 सदस्यों की समिति गठित हुई थी.
अनियमितता के दोषी प्राधिकरण के अधिकारी, कर्मचारी और बिल्डर, आर्किटेक्ट सहित अब तक 26 नपे मुख्यमंत्री ने कराई थी जांच, जिसमें प्राधिकरण के अधिकारी, कर्मचारी और बिल्डर, आर्किटेक्ट सहित 26 नप चुके हैं. नियमों को ताक पर रखकर बनाई गई इस गगनचुम्बी इमारत के निर्माण में नोएडा विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों और बिल्डर की मिलीभगत की बात सामने आ चुकी है.
यूपीपीसीबी की तरफ से प्रदूषण का डाटा मापने के लिए आस पास 6 डाटा कलेक्ट सेंटर बनाये गया है. 3 कलेक्ट सेंटर इनर पेरीफेरल यानी 500 मीटर के दायरे में है जबकि तीन कलेक्ट सेंटर आउटर पेरीफेरल यानी 1 किलोमीटर के दायरे में हैं. एक सेक्टर 108 में, एक सेक्टर 93 के ग्रीन बेल्ट में और एक गेझा गांव के बारात घर में है. एक पार्श्वनाथ प्रेस्टीज सोसाइटी में, एक ओमेक्स फॉरेस्ट में और एक एस कैपिटल में लगाए गए हैं.
ये सभी मैनुअल एंबिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटर स्टेशन है और उनको मॉनिटर करने के लिए उसी जगह पर मशीन के साथ अधिकारी भी मौजूद है. इसके अलावा यूपीपीसीबी की ओर से लाइव AQI मापने वाली मशीन सेक्टर 116, 125 और नॉलेज पार्क में लगाई गई है.
इसके अलावा नोएडा प्राधिकरण की तरफ से 3 लाइव डाटा देने वाले3 AQI मॉनिटरिंग स्टेशन को भी ट्विन टावर डिमोलिशन के प्रभावित क्षेत्र में लगाया है. एक ट्विन टॉवर से 2 किमी दूर हाजीपुर में, दूसरा डेढ किमी दूर मयूर स्कूल के पास और तीसरा सेक्टर 91 में लगाया गया है.
नोएडा में ट्विन टावरों के विध्वंस शुरू होने से पहले एनडीआरएफ की टीम अपने अंतिम चरण की तैयारी कर रही है. कैनाइन वॉरियर्स को भी लाया गया है.
नोएडा सीपी आलोक कुमार ने बताया कि अभी तक सारी स्थिति सामान्य है. हम पूरी तरह से तैयार हैं और हम काउनडाउन की तरफ बढ़ रहे हैं.
नोएडा के सेक्टर 93 चौराहे से वॉक थ्रू किया जा रहा है. सभी रास्ते बंद कर दिए गए है और लगातार अनाउंसमेंट हो रही है कि 93 सेक्टर की तरफ न जाये. मास्क पहन के रखे. ठीक ढाई बजे ध्वस्तीकरण का काम किया जाएगा.
सुपरटेक की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इन टावर का निर्माण नोएडा अथॉरिटी की अनुमति मिलने के बाद ही किया गया था और उसके लिए पूरा पैसा भी दिया गया था... लेकिन क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस को गिराने का आदेश दिया था लिहाज़ा हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरा सम्मान करते हैं
ट्विन टावर ब्लास्ट को लेकर लगभग तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आसपास के इलाके को खाली करा लिया गया है. सिर्फ डिमोलिशन करने वाली टीम मौजूद रहेगी बिल्डिंग के आसपास हेगी विस्फोट के वक्त टावर्स के 100 मीटर के दायरे में केवल 6 लोग मौजूद रहेंगे सिर्फ 6 लोगों को इजाजत होगी ट्वीन टावर के असपास, इनमें दक्षिण अफ्रीका के माइनिंग इंजीनियर जो ब्रिंकमैन, मार्टिंस, केविन स्मिथ और साइट इंचार्ज मयूर मेहता, इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता और एक पुलिस अधिकारी मौजूद रहेंगे.
नोएडा प्राधिकरण को 10 जोन में बांटा गया है. फायर ब्रिगेड की गाड़ियां एन्टी स्मोग गन लगा दी गई हैं क्योंकि जब बिल्डिंग ध्वस्त होगी उसके बाद वायु प्रदूषण को कम करने के लिए तैयारी की जा रही है. तमाम कर्मचारियों को अलग अलग जिम्मेदारी दी गयी है. लाउडस्पीकर पर बताया जा रहा है ढाई बजे के बाद 93 a के पास ना जाने जिन्हें अस्थमा सांस की बिल्डिंग है वहाँ ना जाए बुजुर्ग बच्चों को मास्क पहने रहने की अपील.
ट्विन टावर को लेकर राज्य के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि समाजवादी पार्टी ने भ्रष्टाचार को पूरी तरह से संरक्षण दिया है. अखिलेश यादव को जवाब देना चाहिए. तत्कालीन सरकार और उस दौरान तैनात अधिकारियों की जिम्मेदारी है. यह बड़ा संदेश है उन लोगों को जो अवैध काम करते हैं. सपा ने नैतिकता का त्याग कर दिया है. अपनी गलती मानने के बजाए आरोप लगाकर यह बात साबित भी हो गई है. हमारी सरकार में इस तरह के मामलों को लेकर सख्ती बरती जाती है.
नोएडा अथॉरिटी की ओर से twin tower के चारों ओर सीसीटीवी लगाए गए. सामने की सड़क पर ही लगाया गया सीसीटीवी का सेटअप. डिमोलिशन को लेकर लगातार अनाउंसमेंट जारी है.
ट्रैफिक डायवर्जन के लिए नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 99710 09001 जारी किया है.
नोएडा स्थित ट्विन टॉवर्स को गिराने की तैयारी पूरी हो गई है. बताया जाता है कि टॉवर के पास फायर ब्रिगेड की टीम मौजूद है.
सीएम ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था कि कर्म करो फल की चिंता न करो. तन्मयता के साथ हम उस कार्य के साथ जुड़ जाएंगे, तो दुनिया की कोई ताकत आपके मार्ग को रोक नहीं पाएगी.
सीएम ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले साल उद्घाटन किया था. उस समय भी मौसम ऐसा ही था. लेकिन प्रशासन और विश्विद्यालय प्रशासन ने अपनी मेहनत से सफलता पूर्वक आयोजन किया. रात से इस बार भी बारिश थी और सुबह आने के पहले तक बारिश थी. लेकिन आपके हौसले से कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है. परिणाम की चिंता कार्यक्रम के पहले ही करने लगते हैं. यही वजह है कि हमें सामने कठिनाई दिखाई देने लगती है.
हैदराबाद से कुछ वैज्ञानिक आए हैं जो वाइब्रेसन नापने के यंत्र लगाएंगे करीब 15 यंत्र लगाने हैं. जिससे कि पता लगाया जा सके कितना कंपन था. अभी तक सात यंत्र लगाए जा चुके हैं, एक बजे तक सारे यंत्र लगा दिए जाएंगे.
महायोगी गोरखनाथ विश्विद्ययालय के प्रथम स्थापना दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्विद्ययालय के प्रथम स्थापना दिवस पर पूरे विश्वविद्यालय परिवार को शुभकामना देता हूँ. एक वर्ष के कार्य काल में जो सफर सफलता से तय किया है इसके लिए विश्विद्यालय परिवार को बधाई और शुभकामना देता हूँ.
ट्विन टॉवर के पास डॉक्टर्स की टीम स्पॉट पर मौजूद है. वहां बड़ी संख्या में एंबुलेंस और 20 से ज्यादा डॉक्टर्स की टीम ड्यूटी पर आज यहां रहने वाली है.
ब्रिंकमैन के साथ कंपनी के सीनियर साइट मैनेजर केविन स्मिथ भी मौजूद रहेंगे. स्मिथ के मुताबिक उनका काम बिल्डिंग गिराने के लिए लगाए गए विस्फोटक की निगरानी करना है. स्मिथ ने बताया कि एक पक्षी भी इसमें छेड़छाड़ कर सकता है. उनकी टीम ये देखती रहती है कि कहीं कोई गड़बड़ तो नहीं हुई. इन दोनों के अलावा कंपनी के सिक्योरिटी हेड मार्टिंस भी मौके पर मौजूद रहेंगे.
100 मीटर के दायरे में मौजूद रहने वालों में ब्रिंकमैन जेट डेमोलेशन कंपनी (1994) के डायरेक्टर हैं. यह दक्षिण अफ्रीका की कंपनी है. ब्रिंकमैन की कंपनी ब्लास्ट का डिजाइन और लॉजिस्टिक्स का काम संभाल रही है. ब्रिंकमैन ने अमेरिका की यूनिवर्सिटी से माइनिंग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मास्टर्स किया हुआ है. ब्रिंकमैन इससे पहले भारत में 3 इमारतें गिरा चुके हैं.
ट्विन टॉवर को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि नोएडा का सुपरटेक ट्विन टॉवर अखिलेश यादव और सपा के शासनकाल के भ्रष्टाचार और अराजकता की नीति का जीवंत प्रमाण है. आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार में सपा के भ्रष्टाचार की इमारत ढहेगी. यह है न्याय, यही सुशासन.
ट्विन टावर विस्फोट के वक्त टावर्स के 100 मीटर के दायरे में केवल छह लोग मौजूद रहेंगे. इनमें दक्षिण अफ्रीका के माइनिंग इंजीनियर जो ब्रिंकमैन, मार्टिंस, केविन स्मिथ और साइट इंचार्ज मयूर मेहता, इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता और एक पुलिस अधिकारी मौजूद रहेंगे.
नोएडा सेक्टर 93A में ट्विन टावर ब्लास्ट से पहले उस एरिया में NDRF की टीम पहुंच चुकी है. बताया जाता है कि टीम के छह एंबुलेंस और NDRF की टीम पैरामिलिट्री फोर्स बिल्डिंग से चंद कदमों की दूरी पर तैनात करी गई है.
नोएडा सेक्टर 93A में ट्विन टावरों के विध्वंस के क्षेत्र में तैनाती के लिए NDRF की टीम पहुंची. 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम भी यहां तैनात किया गया है.
नोएडा सेक्टर 93A में ट्विन टावरों के विध्वंस के क्षेत्र में तैनाती के लिए NDRF की टीम पहुंची. 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम भी यहां तैनात किया गया है.
नोएडा सेक्टर 93A में ट्विन टावरों के विध्वंस के क्षेत्र में तैनाती के लिए NDRF की टीम पहुंची. 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम भी यहां तैनात किया गया है.
नोएडा सेक्टर 93A में ट्विन टावरों के विध्वंस के क्षेत्र में तैनाती के लिए NDRF की टीम पहुंची. 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम भी यहां तैनात किया गया है.
LIVE | #BaatToChubhegi | ट्वीन टावर को गिरने से आस-पास के लोगों को
किस बात का डर
LIVE | नोएडा- आज दोपहर ढाई बजे ध्वस्त होंगे ट्विन टावर
#Exclusive : ट्विन टावर- ब्लास्ट से पहले की गई तैयारियां देखिए
#Exclusive : ट्विन टावर के आस-पास के लोग सुरक्षित स्थान पर ले जाए गए
ट्विन टॉवर के ध्वस्तीकरण करने को लेकर नोएडा पुलिस का प्लान तैयार है. ट्विन टॉवर के पास 400 पुलिस कर्मियों का घेरा रहेगा. धूल का गुब्बार खत्म होने के बाद एक्सप्रेस-वे खोला जाएगा. लोगों की 1800 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था कराई गई. एटीएस और सुपरटेक एम्लार्ड कोर्ट के लोगों की 1800 गाड़ियां, बोटेनिकल गार्डन की पार्किंग में पार्क करने की व्यवस्था की गई.
#Exclusive : ट्विन टावर के आस-पास सुरक्षा की पूरी निगरानी
#Exclusive : ट्विन टावर के ब्लास्ट की सबसे बड़ी कवरेज लगातार देखिए एबीपी गंगा पर
उत्तर प्रदेश: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को आज गिराया जाएगा, जिसके मद्देनज़र सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है.
ट्विन टॉवर के दो मीटर नीचे गैस पाईप लाइन को स्टील की चादर से ढका गया है. स्टील की चादर के बाद उस पर मिट्टी डाली गई है.
ट्विन टावर ब्लास्ट से बड़ी जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि पहले सियान टावर और फिर एपेक्स टावर में ब्लास्ट होगा. एपेक्स टावर में 0.15 सेकेंड बाद ब्लास्ट होगा.
ट्विन टावर ब्लास्ट से बड़ी जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा है कि पहले सियान टावर और फिर एपेक्स टावर में ब्लास्ट होगा. एपेक्स टावर में 0.15 सेकेंड बाद ब्लास्ट होगा.
ट्विन टॉवर मामले पर केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने यूपी के मुख्य सचिव डीए मिश्रा से बात की है. बातचीत के दौरान उन्होंने इस संबंध में जानकारी ली है.
नोएडा स्थित जेपी फ्लाईओवर को दोनों तरफ से बैरिकेड किया गया है. प्रदूषण की स्थिति से निपटने के लिए एंटी स्मॉग गन तैनात की गई है. जेपी फ्लाईओवर पर ही इंसीडेंट कमांड सेंटर स्थापित किया गया है. इंसीडेंट कमांड सेंटर के प्रभारी डीसीपी राजेश एस. लगातार दिशा-निर्देश दे रहे हैं.
उत्तर प्रदेश: नोएडा के ट्विन टावरों को आज गिराया जाएगा. विध्वंस के बाद प्रदूषण स्तर की निगरानी के लिए विध्वंस स्थल पर स्पेशल डस्ट मशीन लगाई गई है.
उत्तर प्रदेश: नोएडा के ट्विन टावरों को आज गिराया जाएगा. विध्वंस के बाद प्रदूषण स्तर की निगरानी के लिए विध्वंस स्थल पर स्पेशल डस्ट मशीन लगाई गई है.
नोएडा CMO स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर ट्विन टावर के आसपास पहुंच गए हैं. उनकी पूरी टीम के साथ डिप्टी CMO भी मौजूद हैं.
एमरल्ड कोर्ट के लोगों का कहना है कि टावर कैप्टन ने ग्रुप बनाये हुए हैं. प्रशासन से क्लीयरेंस मिलने के बाद वो खुद इन्सपेक्शन करेंगे फिर इन्हें मैसेज आएगा. तब ये वापस अपने घर जाएंगे.
ट्विन टावर के ऊपर 10 किलोमीटर तक के इलाके को नो-फ्लाई जोन बनाया गया है. वहीं ब्लास्ट से पहले आसपास की सड़कों पर आवाजाही बंद रहेगी.
मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीश अवस्थी ने नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और नोएडा अथॉरिटी की CEO रितु माहेश्वरी से ट्विन टावर मामले की जानकारी ली है.
यूपी के मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीश अवस्थी ने मुख्यमंत्री को दी ट्विन टावर विध्वंस मामले पर जानकारी. इस पूरे मामले पर पल-पल की जानकारी सीएम योगी ले रहे हैं.
नोएडा के ट्रैफिक DCP ने बताया है कि ब्लास्ट के लिए इमरजेंसी रूट बनाया है ताकि इमरजेंसी होने पर ग्रीन कॉरिडोर से ले जाया जा सके. सब कुछ सेट है तो कोई दिक्कतें नहीं आएंगी. सुरक्षा की पूरी व्यवस्था है. हमने पहले से ही डायवर्जन शेयर किया था इसलिए ट्रैफिक की भी कोई दिक्कत नहीं है.
एमरल्ड कोर्ट सोसाइटी का इवैक्युएशन हो चुका है. सिर्फ कुछ सिक्योरिटी स्टाफ अभी मौजूद हैं, जो अभी पूरी सोसाइटी का फाइनल चेक कर रहें है कि कहीं कोई छत पर या कहीं कोई छूट तो नहीं गया. 9.15 बजे ये स्टाफ भी चले जाएंगे और फिर 1.30 बजे तक वापस आ कर फाइनल चेक किया जाएगा. उसके बाद मेन गेट पर ताला लगा दिया जाएगा.
एमरल्ड कोर्ट सोसाइटी का इवैक्युएशन हो चुका है. सिर्फ कुछ सिक्योरिटी स्टाफ अभी मौजूद हैं, जो अभी पूरी सोसाइटी का फाइनल चेक कर रहें है कि कहीं कोई छत पर या कहीं कोई छूट तो नहीं गया. 9.15 बजे ये स्टाफ भी चले जाएंगे और फिर 1.30 बजे तक वापस आ कर फाइनल चेक किया जाएगा.
सेंट्रल नोएडा DCP राजेश एस ने कहा है कि ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट सक्रिय हैं. विस्फोट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा. ब्लास्ट के आधे घंटे बाद और धूल जमने के बाद इसे खोल दिया जाएगा. इंस्टेंट कमांड सेंटर में 7 सीसीटीवी कैमरे हैं.
सेंट्रल नोएडा DCP राजेश एस ने कहा है कि ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट सक्रिय हैं. विस्फोट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा. ब्लास्ट के आधे घंटे बाद और धूल जमने के बाद इसे खोल दिया जाएगा. इंस्टेंट कमांड सेंटर में 7 सीसीटीवी कैमरे हैं.
सेंट्रल नोएडा DCP राजेश एस ने कहा है कि लगभग 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और NDRF की टीम तैनात है. ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट सक्रिय हैं. विस्फोट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा.
पुलिस फिलहाल मॉकड्रिल कर रही है। एम्बुलेंस निकलवाने के लिये रास्ता खाली करवा कर रास्ता बनवा रही है।।
लगभग 560 पुलिस कर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और NDRF की टीम तैनात है. ट्रैफिक डायवर्जन प्वाइंट सक्रिय हैं. विस्फोट से ठीक पहले दोपहर करीब 2.15 बजे एक्सप्रेस-वे को बंद किया जाएगा: राजेश एस, DCP, सेंट्रल नोएडा
एमराल्ड सोसायटी और आसपास के लोगों के लिए बोटैनिकल गार्डन सेक्टर 38 में मल्टीलेवल कार पार्किंग की व्यवस्था की गई है .यहां पर सुबह से लेकर शाम तक आज सोसाइटी के लोग कार पार्क कर सकते हैं .जिसके लिए ब्लू जोन में व्यवस्था की गई है . यहां नोएडा अथॉरिटी के लोग भी मौजूद हैं ताकि जो भी जरूरत हो उसमें उनको सहायता की जा सके.
टॉवर के साथ सेल्फी लेने के लिए आज लोगों में क्रेज देखा जा रहा है. ट्विन टावर से महज कुछ मीटर की दूरी पर एक साईक्लिस्ट ग्रुप ट्विन टॉवर के साथ अपनी तस्वीरें लेने और सेल्फी लेने के लिए उत्सुक दिखा... लोग रुक रुक के टावर के साथ पिक्चर ले रहे है. लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार का टावर आज ध्वस्त हो जाएगा.... देर जरूर हुई है लेकिन इंसाफ पूरा हुआ है.
एमरल्ड सोसाइटी के तकरीबन 400 लोगों ने अपने आरडब्ल्यूए से रहने की जगह मांगी थी. जिसके बाद आधे लोग करीब 200 लोग पार्श्वनाथ सोसाइटी और आधे लोग 200 लोग पूर्वांचल सोसाइटी में रहेगें. और शाम में तबतक रहेगें जबतक की प्रशासन की तरफ़ से वापस सोसाइटी में जानें की अनुमति नहीं मिल जाती.
ट्विन टॉवर के नजदीक बसी झुग्गी झोपड़ी में रह रहे लोगों को भी पुलिस यहां से भेज रही है. झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोग अपना ज़रूरी सामान लेकर शाम तक के लिए दूसरी जगहों पर जा रहे है. एक परिवार बैटरी रिक्शा से सेक्टर 100 की तरफ जा रहा है.. महिला का कहना है कि बैठ जायेगे कहि जाकर...शाम को वापस आने के लिए बोला है जब यहाँ सब ठंडा हो जयेगा.
एमरल्ड कोर्ट के कुछ और निवासी अब पार्श्वनाथ सोसाइटी में आ रहे हैं. एमरल्ड के निवासियों के लिए नाश्ते के साथ लंच का भी प्रबंध है. एक कक्ष बैठने के लिए तो दूसरा लेटने के लिए भी बनाया गया है.
भारतीय ब्लास्टर के चेतन दत्ता ने बताया, "हमलोग एन95 मस्क और आवाज के लिए इयर बड पहनेंगे. ट्विन टॉवर में एक बड़ा पिलर है जिसे हम फैट बॉय कहते हैं. उसको ब्लास्ट करने के लिए खास तरह का इमल्शन एक्सप्लोसिव लगाया है. ये हेवी एक्सप्लोसिव है, पूरा पिलर कंक्रीट का भरा हुआ है. इस पिलर में तीन से पांच छेद हैं, जिनकी गहराई पांच मीटर तक है. इसमें 250 ग्राम से एक किलो तक एक्सप्लोसिव इस्तेमाल किया गया है."
उत्तर प्रदेश: पुलिस ने सेक्टर 93ए नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर्स के आसपास के क्षेत्र को खाली करने की घोषणा की.
फाइनल इवैक्युएशन से पहले एमरल्ड कोर्ट सोसाइटी के मेंटेनेस चेयरमैन और सिक्योरिटी चेयरमैन से पहले ये सुनिश्चित करेंगे कि लिफ्ट का कनेक्शन बंद कर दिया गया है. साथ ही पानी की टंकी फुल है क्यूंकि जब लोग वापस आए तो उन्हें पानी की दिक्कत न हो.
सुपरटेक ट्विन टावर को गिराए जाने से पहले प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने इस संबंध में जानकारी दी है. उनके अनुसार धमाके से हल्के भूकंप के बराबर भी झटका महसूस नहीं होगा.
एमरल्ड कोर्ट से निकलकर पार्श्वनाथ सोसाइटी के अंदर अब लोग आने लगे हैं. उन लोगों का स्वागत गुलाब के फूल के साथ किया जा रहा है.
ट्विन टावर के पास इवैक्येशन का सायरन बज रहा है. यहां नोएडा पुलिस की तरफ से अनाउंसमेंट हो रही है. लोगों से यहां जगह खाली करने के लिए कहा जा रहा है.
ट्विन टावर गिराने का जिम्मा एडिफाइस नाम की कंपनी को मिला है. ये काम प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता की निगरानी में हो रहा है.
ट्विन टावर को रविवार की दोपहर 2.30 बजे गिराया जाएगा. इसका दोपहर दो बजे काउंटडाउन शुरू होगा.
ट्विन टावर को रविवार की दोपहर 2.30 बजे गिराया जाएगा. इसका दोपहर दो बजे काउंटडाउन शुरू होगा.
सुपरटेक ट्विन टावर को गिराए जाने की सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. आज 13 साल में बनी दोनों इमारतें टूटने में सिर्फ 12 सेकेंड लगेंगे.
बैकग्राउंड
Noida Twin Tower Demolition Highlights: नोएडा (Noida) के सेक्टर-93 ए (Sector-93) स्थित सुपरटेक के ट्विन टॉवर (Supertech Twin Tower) को गिरा दिया गया. 13 साल में बनी दोनों इमारतें टूटने में सिर्फ 12 सेकेंड लगे. ट्विन टावर गिराने का जिम्मा एडिफाइस नाम की कंपनी को मिला था. ये काम प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता की निगरानी में हुआ.
प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता के अनुसार हम टावर गिराने में वाटरफॉल टेक्नीक इस्तेमाल कर रहे हैं. ये एक तरह का वेविंग इफेक्ट होता है, जैसे समंदर की लहरें चलती हैं. पूरी प्रोसेस उसी तरह होगी. बेसमेंट से ब्लास्टिंग की शुरुआत होगी और 30वीं मंजिल पर खत्म होगी. इसे इग्नाइट ऑफ एक्सप्लोजन कहते हैं.
इसके बाद बिल्डिंग गिरना शुरू होगी. इसमें करीब 12 सेकेंड लगेंगे. जहां-जहां कॉलम में हमने बारूद लगाया है, वहां जियोटेक्सटाइल कपड़ा लगाया है. इसमें फाइबर कंपोजिट होता है. अगर कोई चीज इससे टकराती है तो वह कपड़े को फाड़ती नहीं, बल्कि रिवर्स होती है. आसपास की इमारत पर भी कपड़े लगा दिए हैं.
प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता के अनुसार धमाके से हल्के भूकंप के बराबर भी झटका महसूस नहीं होगा. लोगों को हिदायत के तौर पर कहा गया है कि वे टीवी से प्लग निकाल दें और कांच के सामान अंदर रख लें. हवा के दबाव से कांच की चीजें टूट सकती हैं. ब्लास्ट से धूल होगी, लेकिन कितनी, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सका है.
बताया जाता है कि ट्विन टावर गिराने के लिए 181 दिन से तैयारी चल रही थी. 21 फरवरी से 350 वर्कर्स और 10 इंजीनियर इस काम में जुटे थे. रविवार की सुबह सात बजे तक आसपास के 500 मीटर में मौजूद सभी 1396 फ्लैट्स खाली करा लिए जाएंगे. टावर के ऊपर 10 किलोमीटर इलाके को नो-फ्लाई जोन बनाने के लिए कहा गया है. आसपास की सड़कों पर आवाजाही बंद रहेगी. दोपहर दो बजे काउंटडाउन शुरू होगा. 2.30 बजे एक रिमोट बटन दबाते ही दोनों टावर मलबे में बदल जाएंगे.
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