यूपी के इस जिले के लिए खुशखबरी, योगी सरकार ने मेट्रो कॉरिडोर के विस्तार को दी मंजूरी, 11 नए स्टेशन
Noida Aqua Line Corridor: एक्वा लाइन कॉरिडोर में नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 तक 11 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच की कनेक्टिविटी आसान होगी
Noida Aqua Line Corridor: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शुक्रवार को नोएडा में एक्वा लाइन मेट्रो कॉरिडोर के विस्तार को मंजूरी दे दी है. जिसके बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लोगों को फायदा होगा और शहर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी. सरकार ने नोएडा सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क वी (ग्रेटर नोएडा) तक 17.435 किलोमीटर लंबे प्रस्तावित विस्तार के लिए प्रस्तुत डीपीआर को मंजूरी दे दी है.
शुक्रवार को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें नोएडा की एक्वा लाइन के विस्तार से संबंधित निर्णय लिया गया. सरकार ने एक बयान में कहा कि मंत्रिपरिषद ने एक्वा लाइन मेट्रो कॉरिडोर में सेक्टर-51 (नोएडा) स्टेशन से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क वी (ग्रेटर नोएडा) तक 17.435 किमी लम्बाई के प्रस्तावित विस्तार के सम्बन्ध में प्रस्तुत डीपीआर को अनुमोदित कर दिया है.
योगी सरकार ने दी मंजूरी
इस परियोजना में 2991.60 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इसमें केंद्र और राज्य दोनों की भागीदारी होगी. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक्वा लाइन कॉरिडोर में नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5 तक 11 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच की कनेक्टिविटी आसान होगी और परिवहन व्यवस्था में बेहतर होगी.
ये नए 11 स्टेशन बनेंगे
योजना के तहत नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच 11 नए स्टेशन बनाए जाएंगे. ये लाइन नोएडा सेक्टर 51, नोएडा सेक्टर 61, नोएडा सेक्टर 70, नोएडा सेक्टर 122, नोएडा सेक्टर 123, ग्रुप नोएडा सेक्टर 4, इको टेक 12, ग्रेड नोएडा सेक्टर 2, ग्रुप नोएडा सेक्टर 3, ग्रेड नोएडा सेक्टर 10, ग्रेड नोएडा सेक्टर 12 से होते हुए ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 5 तक जाएगी.
एक्वा लाइन नोएडा सेक्टर 61 मेट्रो स्टेशन के जरिये डीएमआरसी की ब्लू लाइन से कनेक्ट करेगी. जिससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और दिल्ली से आने वाले यात्रियों को फायदा होगा. नए कॉरिडोर से नोएडा से डीएनडी तक सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा.