लखनऊ. यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए 3 जुलाई को वोटिंग होगी. उसी दिन चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे. नामाकंन वापसी का आज आखिरी दिन है. 


17 सीटों पर बीजेपी की निर्विरोध जीत तय
जिला पंचायत अध्यक्ष की 17 सीटों पर बीजेपी की जीत तय है जबकि एक सीट पर सपा का प्रत्याशी निर्विरोध चुना जाएगा. अब 57 जिलों में 3 जुलाई को वोट डाले जाएंगे. जिन 57 जिलों में वोटिंग होनी है उनमें 41 जिलों में बीजेपी और सपा की सीधी टक्कर है. दरअसल, शनिवार को कई जगहों पर सपा प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल नहीं कर पाए. वहीं, तीन जिलों में सपा उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया.


अखिलेश ने की कार्रवाई
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्रवाई करते हुए 11 जिलों के अध्यक्षों के उनके पदों से हटा दिया. अखिलेश ने ये कार्रवाई इसलिए की क्योंकि पार्टी के उम्मीदवारों को कई जगहों पर प्रस्तावक नहीं मिले. जिस वजह से प्रत्याशी नामाकंन तक नहीं कर सके. अखिलेश ने गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्ध नगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा और ललितपुर के जिला अध्यक्षों को उनके पद से मुक्त कर दिया.


बीजेपी के 17 उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत तय
बीजेपी के निर्विरोध जीते उम्मीदवारों में आगरा से मंजू भदौरिया, गाजियाबाद से ममता त्यागी, मुरादाबाद से डॉ. शेफाली, बुलंदशहर से डॉ. अंतुल तेवतिया, ललितपुर से कैलाश निरंजन, मऊ से मनोज राय, चित्रकूट से अशोक जाटव, गौतमबुद्ध नगर से अमित चौधरी, श्रावस्ती से दद्दन मिश्र, गोरखपुर से साधना सिंह, बलरामपुर से आरती तिवारी, झांसी से पवन कुमार गौतम, गोंडा से घनश्याम मिश्र, अमरोहा से ललित तंवर और मेरठ से गौरव चौधरी शामिल है.


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