लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ती जा रही है. लेकिन अब दूसरी महामारी ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. राज्य में ब्लैक फंगस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कई राज्यों समेत यूपी में भी इसे महामारी घोषित किया जा चुका है. इस बीच हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है. ब्लैक फंगस बीमारी को लेकर अब एक नया तथ्य सामने आया है. इसके मुताबिक, अब यह रोग उन्हें भी हो रहा है, जो नॉन कोविड मरीज हैं. यही नहीं होम आइसोलेशन में उपचार करा रहे मरीज भी इस घातक बीमारी की चेपट में आ रहे हैं. राजधानी लखनऊ में ब्लैक फंगस के दो मरीज ऐसे सामने आए हैं, जिन्हें कोरोना संक्रमण नहीं हुआ था.


नहीं मिला रहा ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाला इंजेक्शन


वहीं, राजधानी में ब्लैक फंगस के इलाज में काम आने वाले इंजेक्शन व दवाई बाजार से नदारद हैं. इसके चलते मरीजों की जान पर बन आई है. वहीं सरकार दावा कर रही है कि, अस्पतालों में इस बीमारी के इलाज का समुचित प्रबंध किया जा रहा है. लखनऊ में ब्लैक फंगस के मामले जिस तेजी से सामने आ रहे हैं, वे सरकार की चिंता बढ़ाने वाले हैं. शहर में 31 मरीज अबतक सामने आए हैं. जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. 


ब्लैक फंगस महामारी घोषित


बता दें कि, टीम-9 के साथ शुक्रवार को समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के इस निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग इस प्रक्रिया की कार्रवाई में जुट गया है.  


देश में ब्लैक फंगस के अबतक 9000 मामले सामने आए
आपको बता दें कि, इस गंभीर बीमारी के करीब नौ हजार केस दर्ज किए जा चुके हैं. कई राज्यों ने ब्लैक फंगस को महामारी भी घोषित कर दिया है. ब्लैक फंगस उन लोगों में ज्यादा फैल रहा है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है. शुगर, गुर्दे की बीमारी, दिल की बीमारी रोग और जिनको उम्र संबंधी परेशानी है या फिर जो आर्थराइटिस (गठिया) जैसी बीमारियों की वजह से दवाओं का सेवन करते हैं.


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