North Eastern Railway: गोंडा कचहरी-करनैलगंज स्टेशन के बीच तीसरी विद्युत लाइन पर स्पेशल ट्रेन स्पीड ट्रायल किया गया. रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिमंडल प्रणजीव सक्सेना के नेतृत्व में सीआरएस स्पेशल 120 किमी प्रति घंटे की अनुमेय गति से गोण्डा कचहरी-करनैलगंज स्टेशनों के बीच दौड़ी. रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा निरीक्षण के दौरान गोण्डा कचहरी-करनैलगंज के मध्य किया गया गति परीक्षण सफल रहा.
गोंडा-बुढ़वल खण्ड में बीच तीसरी लाइन रेल विद्युतीकरण के पहले चरण का कार्य पूरा होने के बाद गुरुवार को रेल संरक्षा आयुक्त पूर्वोत्तर परिमंडल प्रणजीव सक्सेना पहुंचे. उन्होंने गोण्डा कचहरी रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेल लाइन व विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप संरक्षा अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल के अपडेशन, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रॉसिंग, सिगनलिंग, बैलास्ट, इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, बैटरी रूम, रिले रूम आदि का संरक्षा निरीक्षण किया. उन्होंने ट्रेन परिचालन से संबंधित रेलकर्मियों से सुरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर सुरक्षा कार्य कुशलता परखी.
परियोजना में कई कार्य शामिल
इस परियोजना के अंतर्गत सरयू नदी पर एक महत्वपूर्ण रेल पुल सहित 10 बड़े और 36 छोटे पुलों का कार्य सम्मिलित है. गोंडा कचहरी-करनैलगंज स्टेशनों के मध्य कुल 4 बड़े और 24 छोटे पुल व 2 आरयूबी बनाए गए हैं. इस खंड पर गोंडा कचहरी, मैजापुर व करनैलगंज क्रॉसिंग के साथ कठोला व कस्तूरी हाल्ट स्टेशन हैं, जिनके लिए अलग से नई स्टेशन बिल्डिंग का निर्माण किया गया है.
तीसरी लाइन का किया गया परीक्षण
रेल संरक्षा आयुक्त प्रणव सक्सेना ने वरिष्ठ रेल अधिकारियों के साथ मोटर ट्राली से मैजापुर-गोंडा कचहरी रेल खण्ड के मध्य विद्युतीकरण सहित बनी तीसरी नई लाइन का सुरक्षा निरीक्षण किया. इस दौरान श्री सक्सेना ने मैजापुर-गोण्डा कचहरी स्टेशनों के मध्य स्टेशन यार्ड पर पॉइंट एवं क्रॉसिंग, ब्लॉक सेक्शन मे अवस्थित कर्व की नपाई, समपार संख्या- 269 स्पेशल, ब्रिज संख्या 357 तथा मेजर ब्रिज संख्या-363 एवं 359 का व्यापक सुरक्षा निरीक्षण किया तथा विद्युतीकृत रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप समपारों की कार्यशीलता एवं सुरक्षा को परखा.
तीसरी लाइन के निर्माण के लिए लगेंगे 714.34 करोड़
गोंडा-बुढ़वल खंड पर तीसरी रेल लाइन के निर्माण पर 714.34 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इस तीसरी रेल लाइन का कार्य चार चरणों में पूरा किया जाना है. परियोजना के द्वितीय चरण में करनैलगंज-घाघरा घाट (21.77 किमी.), तृतीय चरण में घाघरा घाट-बुढ़वल (11.77 किमी.) पूरा होना है. चतुर्थ चरण में गोंडा जंक्शन-गोंडा कचहरी (4.88 किमी.) खंड का कार्य पूरा करने की योजना है. तीसरी लाइन निर्माण परियोजना उत्तर प्रदेश के गोंडा, बहराइच व बाराबंकी जनपदों में अवस्थित है.
तीसरी लाइन से होगा ट्रेनों का अधिक संचालन
गोंडा से बुढ़वल तक तीसरी लाइन बन जाने से यात्रा समय में कमी आयेगी तथा लाइन क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी. जिससे इस रूट पर और अधिक ट्रेनों का संचालन हो सकेगा. आम जनता से अपील की जाती है कि आज से इस रेलखंड को तीसरी लाइन युक्त एवं विद्युतीकृत समझें और नए विद्युतीकृत रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें. इस अवसर पर लखनऊ मण्डल के मण्डलीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
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