Gorakhpur News: गोरखपुर के दो रेलकर्मियों को ‘मैन ऑफ द मंथ‘ अवॉर्ड, पूर्वोत्तर रेलवे ने किया सम्मानित
Gorakhpur News: गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे ने उत्कृष्ट कार्य सम्पादन के लिए दो कर्मचारी को सम्मानित किया है. पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने कर्मचारियों को सम्मानित किया.
Gorakhpur Latest News: पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबंधक सुश्री सौम्या माथुर के नेतृत्व में पूर्वोत्तर रेलवे यात्रियों की सुरक्षा एवं रेल संरक्षा के क्षेत्र में अनेक प्रभावी कदम उठाए गए हैं. संरक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य सम्पादन के लिए कर्मचारियों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया जा रहा है. पूर्वोत्तर रेलवे की महाप्रबन्धक सुश्री सौम्या माथुर ने 25 जून को दो कर्मचारियों को संरक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए ‘मैन ऑफ द मंथ‘ घोषित कर नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया.
पूर्वोत्तर रेलवे के लोको पायलट राज रितु ने रेलवे ट्रैक पर कुछ सामान रखा होने की सूचना स्टेशन मास्टर को देकर ट्रेन को रोक दिया था, जिससे हादसा टल गया. वहीं ट्रैक मेंटेनर श्रवण कुमार ने रेल क्रेक होने की सूचना देकर बड़े हादसे को रोककर अपनी जिम्मेदारियों का पूरी कर्तव्य निष्ठा के साथ निर्वहन किया.
इस लिया मिला पुरस्कार
गोरखपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पुरस्कार प्राप्त करने वाले रेलकर्मियों में वाराणसी मंडल के कुसुम्ही स्टेशन पर ट्रैक मेंटेनर के पद पर कार्यरत श्रवण कुमार ने 3 अप्रैल को कुसुम्ही-सरदारनगर के मध्य कार्य के दौरान डाउन लाइन पर किमी. सं0-486/28-30 पर रेल क्रैक देखकर इसकी सूचना तत्काल स्टेशन मास्टर और सम्बन्धित सुपरवाइजर को दिया, जिससे एक संभावित दुर्घटना से बचा जा सका. श्रवण कुमार का कार्य के प्रति तत्परता एवं संरक्षा के प्रति जागरूकता सराहनीय है, जिसके लिए इन्हें मैन ऑफ द मंथ संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
मैन ऑफ द मंथ पुरस्कार से सम्मानित
इज्जतनगर मंडल के बरेली सिटी स्टेशन पर लोको पायलट/सवारी के पद पर कार्यरत राज रितु ने 15 अप्रैल गाड़ी संख्या 05368 पर कार्य के दौरान रोशनपुर-पिपलसाना रेल खण्ड के मध्य किमी. संख्या- 24/4-5 ट्रैक पर कुछ रखा हुआ आभास होने पर तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोका. इसके साथ सम्बन्धित स्टेशन मास्टर को सूचना दिया. लोको पायलट राज रितु को कार्य के प्रति सजग व सतर्क होने के कारण एक संभावित दुर्घटना को रोका जा सका, जिसके लिए इन्हें मैन ऑफ द मंथ संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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