Meerut News: देश की आंतरिक सुरक्षा-व्यवस्था बहाल रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही आरएएफ (Rapid Action Force) अब एनडीआरएफ (NDRF) की तर्ज पर प्राकृतिक आपदाओं आदि से बचाव का काम भी करेगी. इसके लिए आरएएफ के जवानों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. यह दावा गुरुवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किया.
दरअसल गुरुवार को आरएएफ 108 बटालियन की 29 वीं वर्षगांठ पर मेरठ के पूठा में स्थित हेड क्वार्टर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मेरठ पहुंचे थे. कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने बेहतर कार्य करने वाले जवानों को सम्मानित करते हुए उन्हें अवॉर्ड भी दिया. इस दौरान आरएएफ की सभी 15 बटालियन के जवानों ने परेड में हिस्सा लिया. इसी के साथ भूकंप और बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के साथ-साथ गैस रिसाव या बायोलॉजिकल अटैक जैसी घटनाओं के दौरान भी आरएएफ द्वारा बचाव करने से संबंधित झांकियां निकालीं.
विशेष ट्रेनिंग भी दी जा रही है
कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि आरएएफ के जवानों को अब एनडीआरएफ की तर्ज पर संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं. इसी के साथ विशेष ट्रेनिंग भी दी जा रही है. 15 बटालियन में 30 फर्स्ट रिस्पांस टीम का गठन किया गया है. जल्द ही आरएएफ एनडीआरएफ की तर्ज पर प्राकृतिक आपदाओं आदि घटनाओं से निपटने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन में भी सहयोग करेगी. उन्होंने दावा किया कि जिस तरह आरएएफ देश में शांति बहाली के लिए हमेशा सबसे आगे रही है. वहीं बचाव कार्यों के भी आरएएफ पूरी जिम्मेदारी निभाएगी. कार्यक्रम के दौरान एडीजी राजीव सब्बरवाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम के बालाजी और भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी मौजूद रहे.
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