Kanpur News: कानपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जीका वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस तेजी से तबाही मचा रहे वायरस ने पूरे हाल बेहाल कर रखा है. सरकार द्वारा इसे रोकने का हर प्रयास किया जा रहा है पर अभी भी इसके नए मामले निकलकर सामने आ रहे है. इस बारे में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने अधिक जानकारी दी है. 


इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा, 'कानपुर में भी टेस्टिंग का इंतजाम हो गया है. केजीएमयू में पहले कराते थे. अब कानपुर में हो रही है. कोई दिक्कत नहीं है. जीका सिमटोमेटिक ज्यादातर नहीं होता है. तीन-चार दिन का बुखार सिमटम तो होता भी नहीं है. ज्यादातर लोगों में टेस्टिंग ब्लड और यूरीन सैंपल से होता है. लोगों को सर दर्द होता है. हड्डियों में दर्द होता है. जय प्रताप सिंह ने आगे कहा, 'जहां-जहां मामले मिल रहे हैं, वहां कांटेक्ट टीम के माध्यम से चिन्हित करके लोगों को आइसोलेट कर रहे हैं. यदि दिक्कत आती है तो अस्पताल ले जा रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. कोविड से ज्यादा खतरा नहीं है. डेंगू की तरह बीमारी है. मच्छर के काटने से होती है. इसी को लेकर जीका कानपुर के सीमित इलाकों में है.'


मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक को लेकर कही ये बात


मुख्यमंत्री के साथ बैठक को लेकर उन्होंने कहा, 'मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा बैठक हुई थी. अंतर विभागीय समन्वय बनाया गया है. नगर निगम से लेकर स्वास्थ्य विभाग तक, सबने साथ मिलकर टीम निकाली है. वार्ड में जाकर पूरी स्क्रीन कर रहे हैं. जीका में किसी तरह की मृत्यु नहीं है. डरने की कोई जरूरत नहीं है.' बता दें कि उत्तर प्रदेश का पहला जीका डेडीकेटेड सेंटर कानपुर में बनेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बढ़ते जीका वायरस के मामलों को लेकर समीक्षा अधिकारियों संग केडीए सभागार में बैठक की थी और उसके बाद प्रभावित क्षेत्र श्याम नगर का दौरा भी किया था. 


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