नयी दिल्ली, एबीपी गंगा। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाले अनुच्छेद 370 खत्म किये जाने के बाद राज्य में जमीनी हालात पर निगाह रखने के लिये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को भेजा गया था। इस जिम्मेदारी को उन्होंने बाखूबी अंजाम दिया। घाटी में तकरीबन 11 दिन बिताने के बाद एनएसए डोभाल शुक्रवार को दिल्ली लौट आये। इस दौरान डोभाल ने स्थानीय लोगों के साथ वक्त बिताया और उनके मन को समझने की कोशिश की। यही नहीं उन्होंने लोगों के साथ घुल मिलकर उन्हें एहसास दिलाया कि यह कदम राज्य के हित में उठाया गया है। साथ ही उन्होंने लोगों को यह भी बताया कि अब हालात और बेहतर होंगे।


अजित डोभाल ने सबसे ज्यादा आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। वे शोपियां और अनंतनाग जैसे जिलों में सड़कों पर निकल कर आम लोगों के साथ घूमे। वहां तैनात सुरक्षा बलों से भी बातचीत की। स्थानीय लोगों के साथ खाना खाने, सड़कों पर अकेले घूमने और अनंतनाग के बाजार में व्यापारी से उनकी बातचीत के वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए। वीडियो में वे यह कहते हुये दिखाई दे रहे हैं कि जल्द ही सब अच्छा हो जाएगा।


5 अगस्त को अनुच्छेद 370 खत्म किया गया


एनएसए डोभाल के कश्मीर दौरे का उद्देश्य राज्य और नियंत्रण रेखा पर स्थिति को सामान्य बनाए रखना था। यही नहीं सुरक्षाबलों के बीच संवाद और सामंजस्य भी स्थापित करना था। 5 अगस्त को सरकार ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया था। अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया गया। इस तरह सरकार ने राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो हिस्सों में बांटकर केंद्र प्रशासित प्रदेश बनाने का एलान किया था।