लखनऊ, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस के संकमण को रोकने के लिये उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कमर कस ली है। महामारी को थर्ड स्टेज तक फैलने से रोकने के लिये राज्य में पूरी तरह से लॉक डाउन है। सख्ती से इसे लागू भी किया जा रहा है। इस बीच यूपी में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। पीलीभीत में सऊदी अरब से लौटी संक्रमित महिला के बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। इस तरह प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 38 हो गई है। KGMU में कल शाम से अब तक 34 सैंपल की जांच की गई जिनमें से 33 सैंपल निगेटिव, एक पीलीभीत के सैंपल पॉजिटिव मिला है।


बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिये स्वास्थ्य विभाग को 50 करोड़ का फंड जारी किया है। इससे पहले भी मंगलावर को जरूरी सामान के लिए विभाग को 18 करोड़ रुपये जारी किये गये थे।


आपको बता दें कि 11 लोग ऐसे हैं जिन्हें रिकवर होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। KGMU और NIV पुणे में अब तक 1625 सैंपल भेजे गए, जिनमे 1493 निगेटिव, 37 पॉजिटिव पाये गये हैं। 95 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। नोएडा में 11, लखनऊ और आगरा में 8-8, गाज़ियाबाद में 3, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, मुरादाबाद, कानपुर, जौनपुर, शामली में 1-1 कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। बीते 24 घंटे में यूपी में कोरोना के 4 नए केस जिनमे तीन नोएडा, 1 शामली में सामने आया है। वहीं पीलीभीत में अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या दो हो गयी है। बॉर्डर चेक पोस्ट पर अब तक 15,43,954 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।


इस बीच कोरोना के इलाज में जुटे डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों से घर खाली कराने वालों पर प्रशासन ने कार्रवाई के आदेश दिये हैं। किराए के मकान में रह रहे डॉक्टर व अस्पताल स्टाफ से मकान मालिक घर खाली करवा रहे थे। अपर मुख्य सचिव गृह ने सभी जिलों के डीएम, एसपी, एसएसपी, आई रेंज, एडीजी जोन को निर्देश दिये हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद आज से देश भर में 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। लेकिन राजधानी लखनऊ में इस लॉक डाउन का मिला जुला असर दिख रहा है। मुख्य चौराहों और सड़कों पर सन्नाटा है तो गली मोहल्ले और कॉलोनियों में दुकानों पर भीड़ है। कुछ लोगों की यह लापरवाही उस मंशा पर पानी फेर सकती है जिसे ध्यान में रखकर लॉक डाउन किया गया है।


संगम नगरी प्रयागराज में इस लाकडाउन का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है। यहां प्रमुख चौराहों -रास्तों और सड़कों पर तो सन्नाटा पसरा हुआ है और पुलिस भी मुस्तैद नज़र आ रही है, लेकिन गलियों, रिहाइशी बस्तियों और कालोनियों में लोग कोरोना के खतरे से बेपरवाह बने हुए चहलकदमी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ लोग ज़रूरी कामों से घरों से निकल रहे हैं तो तमाम लोग बेवजह घूमते और वाहनों से फर्राटा भरते नज़र आ रहे हैं। यहां कुछ लोग दूसरों के लिए ख़तरा पैदा कर रहे हैं। हालांकि ऐसा करने वालों की संख्या कम ही है और ज़्यादातर लोग घरों में ही हैं।