(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Nutrition Smart Village: गांव में कोई भी भूखा ना रहे, इसके लिए ये प्रोग्राम लेकर आई है सरकार, जानें कैसे मिलेगा फायदा
हाल ही में केंद्र सरकार ने न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम का शुभारंभ किया है जिसके तहत आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए और एआईसीआरपी कुल 75 गांवों को गोद लेगें. इस कार्यक्रम का उद्देश्य कुपोषण को खत्म करना है.
केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता के 75वें साल के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पोषण अभियान को मजबूती देने के लिए न्यूट्रिशियन स्मार्ट विलेज कार्यक्रम का शुभारंभ किया है. जिसके तहत देश के 75 गांवों में कुपोषण के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अनुसार, इस नई कार्यक्रम का उद्देश्य आल इंडिया कॉर्डिनेटेड रिसर्च प्रोजेक्ट ऑन वुमेन इन एग्रीकल्चर (एआईसीआरपी-डब्ल्यूआईए) के नेटवर्क से 75 गांवों को जोड़ना है.
न्यूट्रिशन स्मार्ट विलेज की पहल के तहत आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए और एआईसीआरपी कुल 75 गांवों को गोद लेगें जिसमे एआईसीआरपी 5-5 गांवों को गोद लेगें बाकि गांवों को आईसीएआर-सीआईडब्ल्यूए गोद लेगी.
न्यूट्रिशन स्मार्ट गांव क्या है
- न्यूट्रिशन स्मार्ट गांव में कोई भी भूखा नहीं रहता है.
- गर्भवती महिलाएं और बच्चे 10 फुड ग्रुप में से कम से कम 5 का सेवन करती हो.
- हर बच्चे को सही और संतुलित भोजन घर पर खाने को मिलता हो इसके अलावा हर परिवार को सुरक्षित पेयजल की सुविधा हो.
- गांव के सभी परिवार को सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी हो.
- कृषि, प्राकृतिक संसाधन, आय और पोषण शिक्षा के प्रति लोग जागरूक हो.
गांवो में ऐसी परेशानियां अक्सर देखने को मिलती है. केंद्र सरकार के अनुसार न्यूट्रिशन स्मार्ट गांव योजना के तहत लोगों को जागरूक और उपरोक्त समस्या को खत्म करना है.
न्यूट्रिशन स्मार्ट गांव उद्देश्य
इस योजना का मकसद कुपोषण को खत्म करना और लोगों को जागरूक करना है. इसमें न्यूट्री-गार्डन के जरिए कृषि से जुड़ी महिलाओं और स्कूली बच्चों में पोषण को लेकर जागरूकता, शिक्षा और बदलाव को बढ़ावा देना शामिल है.
कुपोषण मुक्त गांव बनाने के लिए न्यूट्री-विलेज, न्यूट्री फूड, न्यूट्री डाइट और न्यूट्री थाली पर जोर दिया जाएगा. इसके अलावा सभी महिला किसानों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में बताया जाएगा.
दरअसल हर साल हजारों के संख्या में देश के बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक बनाना ताकि गांव कुपोषण मुक्त बन सके. गांवों को सरकारी योजनाओं से भी अवगत करना है जिससे कि उन्हें हर योजनाओं का लाभ मिल सके.
यहां शुरू हो चुकी है न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम
न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम कुछ स्थानों पर सुचारू रूप से क्रियान्वयन हो रहा है. ओडिशा के पुरी, खोरधा, कटक और जगतपुरसिंह, बिहार के समस्तीपुर और मुजफ्फरपुर, असम में जोरहट, मेघालय में गारोहिल्स, राजस्थान के उदयपुर, महाराष्ट्र के परभणी, पंजाब के लुधियाना, हरियाणा के फतेहाबाद, हिसार, अंबाला, उतराखंड के नैनीताल, हिमाचल प्रदेश के मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर, कर्नाटक के बंगलुरू,धारवाड़ और बेलगाम, तमिलनाडु के मदुराई और तेलंगाना में न्यूट्री स्मार्ट विलेज कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है.
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