प्रतापगढ़: पुलिस की दबिश के दौरान हुई वृद्ध की मौत, एसएचओ समेत सात पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
यूपी के प्रतापगढ़ में पुलिस की कार्रवाई के दौरान एक वद्ध की जान चली गई. इसे लेकर परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनकी पिटाई की थी, जिसके चलते उनकी मौत हो गई. हालांकि इस मामले में सात पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया.
प्रतापगढ़. उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के थाना लालगंज कोतवाली के बाबूतारा गांव में पुलिस की दबिश के दौरान वृद्ध की कथित तौर पर मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक ने सोमवार को सांगीपुर थाना प्रभारी निरीक्षक सहित सात पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करके जांच का आदेश दिया.
दबिश के दौरान हुई थी वृद्ध की मौत
अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) दिनेश द्विवेदी ने बताया कि सांगीपुर पुलिस एक आरोपी की तलाश में थाना लालगंज कोतवाली क्षेत्र के बाबूतारा गांव में बीती 19/20 सितंबर की दरमियानी रात में दबिश देने गयी थी, जहां संदिग्ध परिस्थितियों में मकबूल (68) की मौत हो गयी.
उन्होंने बताया कि परिजन पुलिस के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग को लेकर शव का अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़े थे. उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने सांगीपुर के थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सहित सात पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी.
परिजनों का आरोप पुलिस की पिटाई से हुई मौत
उन्होंने बताया कि परिजन समझाने-बुझाने पर शव का अंतिम संस्कार करने को तैयार हो गए हैं. वहीं, परिजनों का आरोप है कि मकबूल की मौत पुलिस की पिटायी से हुई है. इस संबंध में लोंगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन देकर घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराने, दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने, पचास लाख रूपये की आर्थिक सहायता, नौकरी आदि की मांग की है.
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