लखनऊ, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस के चलते किये गए लॉकडाउन को 9 दिन बीत चुके हैं। लॉकडाउन में हर कोई अपनी-अपनी जरूरतों के लिए तरस रहा है। अपनी जरूरतों के लिए लोग पुलिस हेल्पलाइन से मदद भी मांग रहे हैं। राजधानी लखनऊ में कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद यूपी पुलिस की वाहवाही हो रही है। दरअसल, लखनऊ की पुलिस हेल्पलाइन में सोमवार को एक बुजुर्ग नागरिक का फोन आया। ये फोन किसी मदद के लिए नहीं बल्कि बुजुर्ग ने पुलिस से रसगुल्ला भेजने का अनुरोध किया।


स्टेशन ऑफिसर ऑफिसर संतोष सिंह ने बताया कि फोन करने वाले को सुनकर हम समझ गए थे कि यह एक शरारत नहीं थी। हम छह रसगुल्लों के साथ कॉल करने वाले राम चंद्र प्रसाद केसरी के घर पहुंचे। केसरी घर पर अकेले थे और हाइपोग्लाइसीमिया (ब्लेड शुगर कम होना) की स्थिति में थी। वह डायबिटिक हैं और उनका चेहरा पीला पड़ गया था। वह चल नहीं पा रहे थे। हमने उन्हें रसगुल्ले दिए, उनमें से चार रसगुल्ले उन्होंने खाए। इसके कुछ देर बाद वह धीरे-धीरे सामान्य हो गए।


पत्नी के निधन के बाद अकेले रहते हैं केसरी
दरअसल, केसरी की पत्नी का निधन हो चुका है और वो अपने फ्लैट में अकेले रहते हैं जबकि बच्चे विदेश में हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी मिठाई का स्टॉक खत्म हो गया था।


हेल्पलाइन का गलत इस्तेमाल कर रहे लोग
कुछ लोग पुलिस हेल्पलाइन का गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं। रामपुर में एक शख्स ने फोन कर पुलिस से चार समोसे मंगाए थे। युवक द्वारा बार-बार फोन करने के बाद पुलिस ने उसे चार समोसे जरूर दिए, लेकिन जैसे ही उसने नाश्ता खत्म किया। जिला मजिस्ट्रेट ने उसे सजा के रूप में एक नाले की सफाई करने के लिए कहा। इसी तरह कुछ बच्चे भी हेल्पलाइन पर फोन करके आइस-क्रीम, पेस्ट्री और यहां तक कि फुटबॉल मांग रहे हैं।