कानपुर, आईएएनएस। विदेशों में हजारों लोगों की जान लेने वाला कोरोना वायरस के देश में भी सैकड़ों मामले सामने आए हैं जिनमें दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना से बचने के लिए लगातार दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। आम लोगों में कोरोना का खौफ फैला हुआ है। वहीं, अब जेल में रहने वाले कैदी भी कोरोना के खौफ में हैं। दरअसल, कानपुर जेल के कैदियों ने जेल में नए आ रहे कैदियों के साथ रहने से इंकार कर दिया है। पुराने कैदियों का कहना है कि उन्हें डर है कि नए कैदी अपने साथ इस वायरस को ला सकते हैं।
हालांकि, कानपुर में अब तक कोई भी कोरोना संदिग्ध सामने नहीं आया है। जेल अधीक्षक आशीष तिवारी ने जेल में रह रहे 'पुराने' कैदियों को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो जेल अधिकारियों ने नए कैदियों को अलग बैरक में रखने का इंतजाम किया।
जेल के कैदी यह भी चाहते हैं कि उनकी कोर्ट में पेशियां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हों, क्योंकि कोर्ट जाने पर वे कोरोनावायरस से संक्रमित हो सकते हैं। एक जेल अधिकारी ने कहा, "यह ऐसी चीज है जिसके बारे में हम निर्णय नहीं ले सकते हैं। हम कोर्ट से इस बारे में आग्रह करेंगे, फिर देखते हैं कि क्या हो सकता है।"
इस बीच, जेल अधीक्षक ने कहा कि कैदियों को मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे और किसी को भी बिना मास्क के घूमने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, "हम कैदियों में साफ-सफाई सुनिश्चित कर रहे हैं और उन्हें साबुन उपलब्ध करा रहे हैं। कोरोनावायरस को लेकर सरकार ने जो सलाह जारी की हैं, उन्हें जेल की दीवारों पर चिपका दिया गया है।"