कभी छेड़छाड़ के खिलाफ आवाज उठाने वाली सुदीक्षा खुद ही बन गई उसका शिकार, कही थी ये बड़ी बात
कभी छेड़छाड़ को लड़कियों के आगे बढ़ने की राह में सबसे बड़ी बाधा बताने वाली सुदीक्षा भाटी खुद ही उसका शिकार बन गईं. शिकार भी ऐसी की जान से हाथ धोना पड़ा.
बुलंदशहर, एबीपी गंगा। यहां बुलंदशहर में मनचलों ने एक होनहार बेटी सुदीक्षा की जान ले ली. दादरी की रहने वाली सुदीक्षा खुद जब जिंदा थी तो ईव टीजिंग को लड़कियों के लिए बड़ी समस्या बताया था. वह, छेड़छाड़ को लड़कियों के आगे बढ़ने की राह में सबसे बड़ी बाधा बताती थी. हालांकि, वो खुद इसका शिकार बनी. शिकार भी ऐसे कि जान से हाथ धोना पड़ा. गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही गाजियाबाद में भांजी से छेड़खानी करने का विरोध करने पर हत्या कर दी गई थी.
सुदीक्षा ने एक बार भाषण के दौरान कहा कि था कि ज्यादातर लड़कियों को पढ़ाई इसीलिए छोड़नी पड़ती है, क्योंकि उनके परिजनों को लगता है कि लड़की को पढ़ने के लिए बाहर भेजना सुरक्षित नहीं है. सुदीक्षा ने इस दौरान अपने पिता का भी आभार जताया था कि उसे बाहर पढ़ने के लिए भेजा.
जानकारी के मुताबिक सुदीक्षा अपने चाचा के साथ मामा से मिलने जा रही थीं. तभी रास्ते में एक मनचले ने बुलेट से उसका पीछा शुरू कर दिया. चाचा के मुताबिक जब उन्होंने बुलंदशहर पार किया तो एक बुलेट सवार ने उनका पीछा शुरू कर दिया. वह बुलेट से ओवरटेक करता तो कभी पीछे लगा लेता. जिससे दोनों परेशान हो गए. इसके बाद बुलेट सवार ने ओवरटेक कर अचानक ब्रेक लगा दिए. जिससे की सुदीक्षा का संतुलन बिगड़ गया और वह स्कूटी समेत बुलेट से जा टकराई.
चाचा के मुताबिक वह दोनों सड़क पर गिए गए और हादसे में सुदीक्षा की मौत हो गई. सुदीक्षा के परिजन बताते हैं कि वह कुछ दिनों के लिए ही अमेरिका से लौटी थी. उसे थोड़े दिन बाद वापस अमेरिका जाना था.
गाजियाबाद में हुई थी पत्रकार की हत्या यूपी में पिछले कुछ दिनों से महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. हाल ही में गाजियाबाद में एक पत्रकार की भी इसी सिलसिले में हत्या कर दी गई थी. पत्रकार अपनी भांजी से छेड़खानी का विरोध कर रहा था. जब मनचलों ने उसे गोली मार दी. जिससे उसकी बाद में मौत हो गई.
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