UP News: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के अंतिम चरण का प्रचार अभियान तेज हो चुका है. राज्य में बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अलावा चुनाव में बीएसपी (BSP) और कांग्रेस (Congress) भी अपने दांव आजमा रहे हैं. इस बीच सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) का बयान फिर से चर्चा में बना हुआ है. हालांकि इस बार ओपी राजभर बीजेपी की मुसीबत बढ़ाते नजर आ रहे हैं. 


अब सुभासपा प्रमुख ने अपने ताया बयान में कहा है, "दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है. जाओ मायावती जी के पास उनका समर्थन मांगो, अगर वो समर्थन नहीं देती हैं तो आप लोग उन्हीं को पीएम मान लो." हालांकि बीते कुछ दिनों के दौरान उनके बोल बदले हुए से नजर आ रहे हैं. बीजेपी के उनकी लगातार दूरियां बनते जा रही हैं. उन्होंने राज्य में हो रहे एनकाउंटर पर कहा, "नहीं, योगी की नीति कहां पसंद है? ये संविधान के दायरे से हट कर है. एनकाउंटर संविधान के दायरे में नहीं आता है, ये संविधान से अलग है."


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बीजेपी पर खड़े कर रहे सवाल
यही अब सुभासपा प्रमुख योगी सरकार पर सवाल खड़े करते नजर आ रहे हैं. हालांकि इसके साथ ही वो अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने का एक फार्मुला भी बता रहे हैं. उनके अब बीते दिनों के बयानों पर नजर डालें तो उसका गठबंधन की तस्वीर साफ झलक रही है. ओम प्रकाश राजभर चाहते हैं कि अखिलेश यादव, बीएसपी और कांग्रेस को साथ लेकर अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ मैदान में उतरे.


ओपी राजभर का कहना है कि अगर ये सभी लोग साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ गठबंधन करते हैं तो सुभासपा भी उसका हिस्सा बनेगी. यानी ओम प्रकाश राजभर के बयानों द्वारा मिल रहे संकेत से स्पष्ट है कि अब सुभासपा और बीजेपी गठबंधन की चर्चा बीते दिनों की बात हो गई है. सुभासपा प्रमुख का अब पूरा प्रयास बीजेपी के खिलाफ राज्य में महागठबंधन बनाने पर है. हालांकि अब तक उन्होंने अपने बयानों के जरिए ही केवल इसका संकेत दिया है.