UP News: समाजवादी पार्टी और आरएलडी के बीच चल रही तनातनी को लेकर सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी का इतिहास है कांग्रेस से गठबंधन हुआ नहीं चला, बसपा से गठबंधन हुआ नहीं चला, हमसे गठबंधन हुआ नहीं चला. सपा का इतिहास नहीं है लोगों को साथ लेकर चलने का. वह गठबंधन धर्म नहीं निभाती और दूसरों पर आरोप लगाते हैं. आरएलडी के लोग जो कह रहे हैं सही कह रहे हैं, हम उनसे सहमत हैं.
आज़म खान को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट और सपा प्रतिनिधि मंडल के रामपुर जाने पर ओपी राजभर ने कहा कि अखिलेश बहुत सही कह रहे. आजम खान जब सीतापुर जेल में थे तब मिलने नहीं गए. आज अगर आजम प्रेम हो रहा तो यह आजम प्रेम नहीं मुस्लिम वोट का प्रेम दिख रहा. क्यों नहीं मुसलमान को मुख्यमंत्री घोषित कर देते हैं. अगर ऐसा करते तो मुस्लिम वोट मिल जाएगा. यह मुसलमान का वोट लेने के लिए ऐसा कर रहे. सत्ता में रहेंगे तो मुसलमान को डिप्टी सीएम तक नहीं बनाएंगे और वोट की उम्मीद करते हैं. अब उनको लग रहा है कि मुसलमान हमारे हाथ से खिसक रहा तो कम से कम आजम खान को लेकर बाजा बजा ले. अखिलेश यादव को एक बयान ट्वीट करना चाहिए मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाएंगे. लेकिन ऐसा कभी जीवन में नहीं कर सकते. आजम खान या मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाने का नही बोल सकते.
विधान परिषद चुनाव में सुभासपा किसके साथ जाएगी पूछने पर ओपी राजभर ने कहा कि अभी किसी की तरफ से वोट के लिए बात नहीं आई. न ही किसी ने मिलकर हमसे बात की है. एक पत्र सोशल मीडिया पर जरूर आया जिसमें कहा गया दलित और अति पिछड़ों की बात की गई. लेकिन जब दलित की बेटी चुनाव लड़ रही थी तो "सिन्हा" को लेकर आगे बढ़ गए. तब दलित दिखाई नहीं दिया. जब सत्ता में थे तो सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने में अति पिछड़ा प्रेम नहीं दिखाई दिया. आज वोट लेने के लिए अति पिछड़ा और दलित प्रेम दिखाई दे रहा है. जब यह सत्ता में रहते तो कुछ दिखाई नहीं देता, जब सत्ता के बाहर होते तो ड्रामा करते हैं. यह लोगों के बीच में भ्रांति पैदा कर रहे हैं कि हमने दलित और अति पिछड़े को चुनाव में उतार दिया है. कल 28 मई को हमने सभी विधायकों को बुलाया है. उनके साथ बैठक कर आगे की बात होगी. अगर इस बीच कोई आता, मिलता तो उसके हिसाब से बात होगी, नहीं तो अपने हिसाब से तय करेंगे.
नए संसद भवन के उद्घाटन पर भी दी प्रतिक्रिया
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर चल रही सियासत पर ओपी राजभर ने कहा कि जो चुनाव से सांसद जीतेंगे वह प्रवेश नहीं करेंगे? यह विपक्ष सिर्फ चर्चा में बने रहने के लिए ऐसा प्रचार कर रहा. सच्चाई यह है कि विपक्षियों की नाकामी की वजह से जब यह सत्ता में थे तो आज भाजपा सत्ता में है. भाजपा जो चाहेगी वही होगा, उन्होंने तय कर लिया है कि प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे तो वह करेंगे, चाहे जितना चिल्ला लें कुछ होना नहीं है.
जातीय जनगणना का किया समर्थन
कांग्रेस के जातीय जनगणना का मुद्दा उठाने पर ओपी राजभर ने कहा कि यही मुद्दा सभी पार्टी को लेकर मैदान में आना पड़ेगा. जब तक जातियों की गिनती नहीं होगी उनको बराबर का हिस्सा नहीं मिलेगा. हम संविधान के दायरे में बात करते हैं. 40 साल कांग्रेस की सरकार रहीं तब उसको याद नहीं आया. सपा चार-चार बार सरकार चला चुकी लेकिन याद नहीं आया. हम बराबर याद कराते रहे, आज उनके दिमाग में बात बैठ गई है कि बिना जाति जनगणना और पिछड़ों को हक दिए हम आगे नहीं बढ़ सकते. पार्टी सत्ता में नहीं आ सकती. तो उसी का एक कदम है जो कांग्रेस ने बैठक कर यह रणनीति बनाई है.