Om Prakash Rajbhar News: उत्तर प्रदेश की सियासत में पिछले दिनों काली शेरवानी को लेकर खूब चर्चा हुई, जब बजट सत्र के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) काली शेरवानी पहनकर सदन में पहुंचे. इस दिन अखिलेश यादव के साथ उनकी पार्टी के कई दूसरे विधायक भी शेरवानी में नजर आए. सपा नेताओं ने कहा कि वो आजम खान (Azam Khan) के खिलाफ हो रही कार्रवाई के विरोध में शेरवानी पहन कर पहुंचे थे, क्योंकि आजम खान अक्सर सदन में शेरवानी ही पहनते थे. लेकिन इन तमाम बातों के बीच ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने आजम खान को लेकर बड़ी भविष्यवाणी कर दी है. 


ओम प्रकाश राजभर से जब काली शेरवानी को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि "वो तो दिखाने गए थे कि आजम खान जी यहां नहीं हैं तो उनकी भरपाई के लिए शेरवानी पहन कर आए हैं, लेकिन आजम खान जी को तो वो खुद ही किनारे लगा रहे हैं." राजभर ने कहा कि "आप देखिएगा चुनाव आते-आते आजम खान किसी दूसरे दल में चले जाएंगे, जो सच्चाई है वो मैं बता रहा हूं. चाहे वो बसपा में जाएं, चाहे कांग्रेस में चले जाएं. कहीं ना कहीं और चले जाएंगे. इनके साथ वो नहीं जाएंगे क्योंकि जब वो जेल में थे तो उनसे मिलने नहीं गए जबकि रमाकांत यादव से मिलने जेल में गए थे."


राजभर का दावा सच हुआ तो..


आजम खान सपा के कद्दावर नेता हैं, उनका रामपुर जनपद में जबर्दस्त प्रभाव हैं. मुस्लिम वोटरों में उनकी पैठ काफी अच्छी है. इस बार सपा मुस्लिम, ओबीसी और दलितों का गठजोड़ कर लोकसभा चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है. पिछले दिनों अखिलेश यादव जब बरेली से मुरादाबाद शादी समारोह जो रहे थे उस वक्त भी उन्होंने रास्ते में आजम खान से मुलाकात की थी और ये संदेश देने की कोशिश की कि वो आज भी उनके साथ खड़े हैं. आजम खान के सपा के साथ होने का मतलब है मुस्लिम वोटरों का सपा के साथ होना.


ओम प्रकाश राजभर जो कह रहे हैं वो अगर होता है तो इसका सीधा-सीधा नुकसान सपा को होगा और अखिलेश यादव ऐसा कभी नहीं चाहेंगे. इससे पहले आजम खान जब जेल में थे तो कांग्रेस और बसपा नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी, जबकि अखिलेश यादव उनसे मिलने जेल नहीं गए, जिसके बाद आजम खान की नाराजगी भी देखने को मिली थी, हालांकि बाद में अखिलेश यादव ने दिल्ली जाकर उनके मुलाकात की और सारे गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश की थी. 


ये भी पढ़ें- UP Politics: अखिलेश यादव ने कांग्रेस से गठबंधन पर दिया जवाब, जातीय जनगणना को लेकर केशव प्रसाद मौर्य पर कसा तंज