UP Politics: शिवपाल यादव के बयान पर ओम प्रकाश राजभर का पलटवार, सपा नेता से पूछा ये तीखा सवाल
Jayant Chaudhary: सपा नेता शिवपाल यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी छोटे दलों का सम्मान नहीं करती. उनके इस बयान पर ओम प्रकाश राजभर ने पलटवार किया है.
Om Prakash Rajbhar Vs Shivpal Yadav: रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को लेकर यूपी की सियासत गरमाई हुई है. रालोद का एनडीए में जाना लगभग तय हो गया है जो इंडिया गठबंधन के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है. इस बीच उन्हें लेकर दोनों तरफ़ से कई तरह की बयानबाज़ी भी देखने को मिल रही है. सपा नेता शिवपाल यादव ने जयंत के एनडीए में शामिल होने की खबरों पर कहा कि बीजेपी छोटे दलों को सम्मान नहीं करती, जिसका जवाब ओम प्रकाश राजभर ने दिया और कहा कि पहले अपनी ओर देख लें.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव से जब ये सवाल किया गया कि जयंत चौधरी के एनडीए में शामिल होने की चर्चा चल रही है तो इसके जवाब में सपा नेता ने कहा कि, "चौधरी चरण सिंह ने किसानों की जिस लड़ाई को आगे बढ़ाया था. जयंत जी के लिए वो लड़ाई उतनी आसान नहीं है." उन्होंने आगे कहा कि, "जो छोटे-छोटे दल भाजपा के साथ गए उनका हाल देख लीजिए, वो कहीं के नहीं रहे हैं."
ओम प्रकाश राजभर ने दिया जवाब
सपा नेता के इस बयान पर सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने पलटवार किया और कहा कि समाजवादी पार्टी भी किसी को सम्मान नहीं देती. अगर वो एक उँगली दूसरे पर उठाते हैं चार उँगलियाँ उनकी ओर इशारा करती हैं. राजभर ने कहा, "समाजवादी पार्टी कौन सा छोटे दलों को सम्मान देती है. समाजवादी पार्टी से क्यों जयंत चौधरी जा रहे हैं? समाजवादी पार्टी से बसपा का 2 बार गठबंधन क्यों टूटा? कांग्रेस से दूसरी बार गठबंधन टूटने के कगार पर है. निषाद पार्टी से गठबंधन क्यों टूटा? सुभासपा से गठबंधन क्यों टूटा? अगर आप दूसरी ओर इशारा कर रहे हैं तो 4 उंगलियां आपकी इशारा करके ये भी कह रही हैं कि अपनी तरफ़ देखिए कि आपने क्या किया है."
लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के बाद यूपी में भी इंडिया गठबंधन में बिखराव देखने को मिल रहा है. सपा के साथ सीट बँटवारे से नाराज़ जयंत चौधरी ने बीजेपी के साथ जाने का मन बना लिया है. भले ही रालोद ने अभी तक इसका एलान नहीं किया लेकिन शुक्रवार को जिस तरह से मोदी सरकार ने चौधरी चरण सिंह को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का एलान किया और जयंत ने पीएम मोदी की दिल खोलकर तारीफ़ की उसके बाद आगे की तस्वीर काफ़ी हद तक साफ़ हो गई है. जयंत ने तो ये भी कह दिया कि वो किस मुंह से इनकार करें. माना जा रहा है कि जयंत चौधरी कभी भी एनडीए के साथ आने का एलान कर सकते हैं.