नई दिल्ली, एबीपी गंगा। लखनऊ,एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश सरकार में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार सीएम योगी के गोरखपुर और पीएम मोदी के गढ़ वाराणसी में बीजेपी की मुखालफत करेंगे। सोहेल देव भारतीय समाज पार्टी ने गोरखपुर, वाराणसी समेत 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने तो साफ कह दिया उन्होंने इस्तीफा लिख कर रखा है मुख्यमंत्री से जब टाइम मिलेगा इस्तीफा दे देंगे।


प्रदेश की बीजेपी सरकार में खट्टे मीठे रिश्तों के साथ शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 39 उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारकर बीजेपी से अलग रास्ता बना लिया है। बीजेपी की कल जारी हुई उम्मीदवारों की सूची में घोसी सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई तो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने 24 घंटे में अपना तेवर भी दिखा दिया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने धौराहरा, सीतापुर,लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर से लेकर गोरखपुर कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, गोंडा, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, बलिया ,घोसी, जौनपुर, मछली शहर समेत 39 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं।


लखनऊ में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वाराणसी में पीएम मोदी और गोरखपुर में सीएम योगी के खिलाफ उम्मीदवार उतारने पर ओमप्रकाश राजभर ने साफ कहा वो किसी को हराने के लिए नहीं खुद जीतने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। उनका गठबंधन बीजेपी से विधानसभा के लिए था लोकसभा के लिए गठबंधन नहीं था,तो विधानसभा में हम अब तक साथ है लेकिन लोकसभा में अलग हैं।


ओमप्रकाश राजभर से सवाल किया गया ...अगर बीजेपी उनको सीटें दे देती है... तो क्या पीछे हट जाएंगे? राजभर का जवाब साफ था कि वह उन जातियों के सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं जिनका वोट सबको चाहिए लेकिन टिकट कोई नहीं देता। ऐसे में अब पीछे हटने का कोई सवाल नहीं। उन्होंने तो इस्तीफा लिख कर रखा है मुख्यमंत्री से मिलने का वक्त तक मांगा लेकिन मुख्यमंत्री ने मिलने का टाइम नहीं दिया। जिस दिन मिलेंगे उनके साथ अरविंद राजभर और रणजीत सिंह इस्तीफा दे देंगे।


वैसे ओमप्रकाश राजभर का बीजेपी से नाता तोड़ने जैसा बयान कोई पहली बार नहीं आया है। इससे पहले भी ऐसे ही बीजेपी से दोस्ती- दुश्मनी का रिश्ता निभाते आए हैं। लेकिन इस बार पार्टी ने जिस तरह 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए और 2014 के चुनाव में राजभर के वोटबैंक की महत्वपूर्ण भूमिका नजर आई। ऐसे में अब ओमप्रकाश राजभर की पार्टी बीजेपी के लिए पूर्वांचल के तमाम सीटों पर जीत की राह कठिन करने जा रही है।



राजभर के खिलाफ प्रत्याशी उतारेगा राजभर संगठन!


मऊ जिले में आज अखिल भारतीय राजभर संगठन की बैठक हुई। इस बैठक में  सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ राजभर  संगठन ने नाराजगी जाहिर की और ये फैसला लिया कि ओमप्रकाश द्वारा जिन- जिन सीटों पर प्रत्याशी खड़ा किया जाएगा, उन सीटों पर अखिल भारतीय राजभर संगठन उनके खिलाफ अपना प्रत्याशी खड़ा करेगा।


राजभर समाज उनका बंधुआ मजदूर नहीं


अखिल भारतीय राजभर संगठ के राष्ट्रीय महासचिव रामकृष्ण भारद्वाज ने ओमप्रकाश को निशाने पर लेते हुए कहा कि राजभर समाज उनका और उनकी पार्टी का बंधुआ मजदूर नहीं है।


बीजेपी से अलग हुई राजभर की पार्टी


गौरतलब है कि बीजेपी की सहयोगी रही ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज ने लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। लंबे समय से ओमप्रकाश राजभर बीजेपी से नाराज चल रहे थे। पहले से उनके बीजेपी से अलग होने के कयास लगाए जा रहे थे। राजभर के इस फैसले के बाद अब राजभर समाज उनके खिलाफ आ खड़ा हुआ है। उनका कहना है कि ओम प्रकाश भाजपा को ब्लैकमेल करके प्रत्याशी मैदान में उतारती है तो अखिल भारतीय राजभर संगठन उनके प्रत्याशी के विरोध में अपना प्रत्याशी खड़ा करेगा।


गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी को चेतावनी दी थी कि अगर प्रदेश में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया, तो उनकी पार्टी एनडीए का दामन छोड़ देगी। इतना ही नहीं, राजभर ने बीजेपी को धमकी देते हुए कहा था कि पहले उनकी पार्टी पूर्वांचल की 32 सीटों पर प्रभावी थी, लेकिन अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित प्रदेश की सभी 80 सीटों पर पार्टी की हैसियत बढ़ी है। बता दें कि प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में राजभर की पार्टी सुहेलदेव के चार विधायक हैं। राजभर की इस धमकी के बाद अब राजभर संगठन उनके खिलाफ खड़ा हो गया है।