गाजीपुर: पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर इन दिनों पंचायत चुनाव में भी खुलकर अपने प्रत्याशियों का प्रचार प्रसार राजभर बस्तियों में करते नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को गाजीपुर के सैदपुर प्रथम जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र के प्रत्याशी के समर्थन में उचौरी गांव में प्रचार करने पहुंचे थे और यहां पर कोविड-19 महामारी के बीच बिना मास्क लगाए लोगों को अपने प्रत्याशी के समर्थन में वोटों की मांग की. साथ ही कहा कि कोरोना अभी बच्चा है वह स्कूल जाएगा लेकिन चुनाव के मैदान में नहीं जाएगा. साथ ही साथ उन्होंने चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी के पति व पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह को इशारों में दगा कारतूस भी कह डाला.
पूर्व सांसद पर साधा निशाना
जनपद गाजीपुर के सैदपुर तहसील के उचौरी गांव के राजभर बस्ती में पहुंचे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी अंजना सिंह के पति राधे मोहन सिंह जो पूर्व सांसद भी रह चुके हैं उनको दगा कारतूस बताते हुए कहा कि जो सत्ता हासिल कर चुके और कुछ नहीं कर पाए फिर वह सत्ता की बात करते हैं, तो नाइंसाफी समझ में आती है. चार चार बार उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार रही है बसपा की भी रही है और भारतीय जनता पार्टी की भी रही है. आज इस वक्त प्रदेश के हालात प्रदेश में गरीब बीमार हो रहा है तो कोई ऑक्सीजन लिए परेशान है कोई भी उन्हें स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल पा रही हैं. इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार है, जो सन 1952 से अब तक सत्ता में रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए क्यों नहीं ध्यान दिया. सत्ता में राजनीति करने वाले बुनियादी सुविधाओं को ध्यान ना देकर सिर्फ हिंदू मुस्लिम भारत-पाकिस्तान की बात करते हैं. अब उन्हें इस तरह की राजनीति बंद कर देनी चाहिए. देश में जिस चीज की आवश्यकता है उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
इस दौरान एक दिन पूर्व पूर्व सांसद के द्वारा सपा सरकार में चलाई गई योजना लैपटॉप ,108 एंबुलेंस, हंड्रेड डायल को अपना उपलब्धि बताए थे उस पर कटाक्ष करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार 5 साल पूर्ण बहुमत की सरकार रही है और विकास खूब की लेकिन अंत में चुनाव के बाद 47 सीटों पर आकर सिमट गई. वही विकास पूर्व सांसद राधामोहन सिंह का है.
18 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण सही फैसला
इस दौरान सरकार के द्वारा एक मई से 18 साल से ऊपर के व्यक्तियों का टीकाकरण कराने के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि, यह सरकार का अच्छा कदम है. सरकार से हम कहना चाहेंगे कि सरकार चुनाव पर ध्यान ना दे कर, ऐसी बीमारी से जूझ रहे जनता को सहूलियत देने की बात करें. ऐसे महामारी में उन्हें चुनाव को स्थगित करा देना चाहिए था और जनता के लिए उनकी बुनियादी सुविधाएं ऑक्सीजन, वेंटिलेटर व अन्य स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था करनी चाहिए. लेकिन इंजेक्शन है नहीं, कहां से टीका लगाएंगे सिर्फ कह देने से और टीवी और मीडिया में दिखा देने से लोगों का कोरोना धरातल पर दूर नहीं होगा.
कोरोना प्रोटोकॉल का उड़ाया मजाक
वहीं, इस दौरान बिना मास्क लगाए जब पूर्व मंत्री से सवाल किया गया कि 2 गज की दूरी और मास्क है जरूरी, पर मुस्कुराते हुए कहा कि कोरोना अभी एक साल का बच्चा है वह स्कूल जाएगा, चुनावी रैली में नहीं जाएगा. यह बात गृह मंत्री अमित शाह से पूछा जाए कि, रोड शो में हमारे गृह मंत्री जाते हैं, बिना मास्क लगाए रोड शो करते हैं, जिसमें हजारों की भीड़ होती है. हमारे प्रधानमंत्री भी बिना मास्क लगाए रोड शो करते हैं क्या, उनके लिए कोविड-19 का प्रोटोकॉल लागू नहीं होता है, लेकिन हमारे लिए होता है. उन्होंने बताया कि चुनावी रैली में कोरोना क्यों नहीं जाता है, क्योंकि उसकी उम्र जब 18 साल की होगी तब और रैली में जाएगा, कोरोना शराब की दुकान पर भी नहीं जाता, क्योंकि वह शराब नहीं पीता.
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