UP Politics: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट पर 5 सितंबर को हुए उपचुनाव में एनडीए की हार होने के बाद सबकी निगाहें हाल ही में एनडीए में शामिल हुए सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर पर थी. चुनाव मिली हार के बाद अब ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए की हार का बड़ा कारण बसपा का चुनाव न लड़ना बताया है.
5 सितंबर को घोसी में हुए उपचुनाव के बाद सबकी निगाहें उपचुनाव के रिजल्ट पर थी, पर 8 सितंबर को आए घोसी के परिणाम ने एनडीए खेमे में उदासी ला दी. इस चुनाव में दारा सिंह चौहान के साथ-साथ ओम प्रकाश राजभर की साख भी दांव पर लगी थी. ओम प्रकाश राजभर से जब इस चुनाव के हार के मायने पूछे गए तो उन्होंने बताया कि बहुजन समाज पार्टी का चुनाव न लड़ना उनकी हार का एक बड़ा कारण है.
सपा ने बांटे पैसे
सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर ने वोटों को खरीदने का भी एक बड़ा आरोप इंडिया गठबंधन पर लगाया. ओम प्रकाश राजभर ने अपने बयान में कहा कि वोटिंग के पहले पैसों से भरी समाजवादी पार्टी की तमाम गाड़ियां टहल रही थी और लोगों को पैसे बांटे गए. उन्होंने कहा की हमने इसकी शिकायत भी की और तमाम लोग थाने पर बैठाए गए. लोगों की गाड़ियां जब्त की गई.
दारा की जगह कोई और होता तो दूसरा होता परिणाम
ओम प्रकाश राजभर ने अपने बयान में कहा कि अगर घोसी में बीजेपी का कोई और कैंडिडेट होता तो चुनाव के परिणाम कुछ और होते. उन्होंने कहा कि दारा सिंह चौहान का वहां पर रिएक्शन था, लोगों को दारा सिंह चौहान से दिक्कत थी और अगर कोई स्थानीय प्रत्याशी होता तो शायद हम चुनाव जीत जाते. आपको बता दें की चुनाव की शुरुआत से ही घोसी में बाहरी बनाम स्थानीय की लड़ाई देखने को मिल रही थी.
मंत्री जरूर बनेंगे
ओपी राजभर ने मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि जो लोग इससे परेशान हैं, वह लोग दिल थाम कर बैठे और हम मंत्री जरूर बनेंगे. उन्होंने विपक्षी दलों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि विपक्षियों का कलेजा न फटे और वो लोग धैर्य रखें. राजभर ने कहा कि एनडीए के मालिक नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा हैं और उनको तय करने दीजिए. उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले दिनों में वह मंत्रीमंडल में शामिल होंगे.
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