Om Prakash Rajbhar News: सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. राजभर ने कहा कि सपा बाहर से ही बीजेपी का समर्थन कर रही है. लोकसभा चुनाव में सपा अकेले चुनाव लड़ेगी. वहीं यूपी सरकार में मंत्री बनने के सवाल पर भी उन्होंने जवाब दिया. 


सुभासपा नेता ने मंत्री बनने के सवाल पर कहा कि अभी तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है, जिस दिन विस्तार होगा उस दिन सभी सवालों का जवाब अपने आप मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि मीडिया में इसे लेकर जो भी खबरें चल रही हैं, वो सूत्रों के हवाले से चली हैं. राजभवन से कोई सूचना नहीं, सीएम दफ्तर से भी ऐसी कोई सूचना नहीं है. 


'इंडिया' गठबंधन पर निशाना
ओम प्रकाश राजभर ने 'इंडिया' गठबंधन पर भी निशाना साधा और कहा कि देश के बड़े नेता आज इस दल से समझौता, कल उस दल से समझौता कर रहे हैं. चाहे कांग्रेस हो, सपा या बसपा को ले लीजिए..कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं. हम माननीय नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. यूपी में सीएम योगी के नेतृत्व में सभी 80 सीटें जीतकर पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के काम पर जुटे हुए हैं.


बीजेपी का साथ दे रही है सपा
राजभर ने कहा कि हम तो एनडीए में शामिल होकर सहयोग कर रहे हैं और समाजवादी पार्टी हटकर बीजेपी का साथ दे रही है. उन्होंने कहा कि अब तक इंडिया गठबंधन की तीन बैठक हुईं और अब कोई चर्चा नहीं है. कांग्रेस ने यूपी में सपा को दिल खोलकर समर्थन किया और उत्तराखंड में सपा ने कांग्रेस को ही हराया. सपा की जगह हम होते तो सीट नहीं मिलने पर भी कांग्रेस का समर्थन करते और यूपी की जब बारी आती तो कांग्रेस को भी सीट मांगने में शरम आती. लेकिन अखिलेश यादव खुलकर कांग्रेस के विरोध में बयान दे रहे हैं. 


राजभर ने दावा किया कि यूपी में लड़ाई नाम की चीज नहीं है. सपा पीएम मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए अलग हटकर चुनाव लड़ेगी. बसपा पहले ही अलग है. राजभर ने कहा कि पिछली बार हमने दो सीटें मांगी थी, इस बार तीन सीटें मांग रहे हैं क्योंकि सुभासपा की पहले से ताकत बढ़ी है. 


स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर क्या कहा
स्वामी प्रसाद मौर्य के माता लक्ष्मी पर दिए बयान पर राजभर ने कहा कि वो संविधान को नहीं मानते हैं, संविधान में सभी धर्मों का सम्मान करने की बात कही है. किसी धर्म के खिलाफ किसी को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. जब वो बीजेपी के साथ सत्ता की मलाई काट रहे थे, उस समय कुछ नहीं बोले. राजभर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को सपा में भेजा ही इसलिए है कि जब तक सपा रसातल में ना पहुंच जाए तब तक वहीं जमे रहना है. 


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