बलिया/लखनऊ: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने सोमवार को दावा किया कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव सपा से गठबंधन करने के बजाय उनके 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' में शामिल होंगे. हालांकि, प्रसपा ने उनके इस दावे को खारिज किया है और कहा कि इस सिलसिले में शिवपाल ही अंतिम निर्णय लेंगे.
शिवपाल यादव से हुई थी मुलाकात
सुभासपा के अध्यक्ष राजभर ने न्यूज एजेंसी 'भाषा' से बातचीत में दावा किया कि दो दिन पहले उनकी लखनऊ में प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव से मुलाकात हुई थी और उस दौरान उनसे भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होने को लेकर बातचीत हुई थी. शिवपाल मोर्चा में शामिल होने के लिए तैयार हैं.
सपा के साथ नहीं जाएंगे
शिवपाल के सपा से गठबंधन की इच्छा रखने के बारे में पूछे जाने पर राजभर ने दावा किया कि, ''शिवपाल यादव सपा के साथ नहीं जाएंगे क्योंकि उन्हें सपा के लोग तवज्जो नहीं दे रहे हैं.''
असदुद्दीन ओवैसी से होनी है मुलाकात
सुभासपा अध्यक्ष ने ये भी दावा किया कि इस मुलाकात के दौरान उन्होंने शिवपाल की फोन पर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी से बातचीत कराई थी. शिवपाल की 10 फरवरी से पहले दिल्ली में ओवैसी से एक अहम मुलाकात होनी है, जिसके बाद वो भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होंगे.
राजभर के दावों को बताया गलत
इस बीच, प्रसपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक मिश्रा ने लखनऊ में न्यूज एजेंसी 'भाषा' से बातचीत में राजभर के दावों को गलत बताया और कहा, ''पार्टी किससे गठबंधन करेगी या किस मोर्चे में शामिल होगी, इस बारे में निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ही करेंगे. इससे पहले कोई भी दावा करना गलत होगा.'' उन्होंने ये भी कहा कि, ''जहां तक ओवैसी से बात कराने का सवाल है तो ये दावा पूरी तरह निराधार है. शिवपाल खुद इतने सक्षम हैं कि वो किसी से भी बात कर सकते हैं, इसके लिए उन्हें किसी माध्यम की जरूरत नहीं है.''
भागीदारी संकल्प मोर्चा का हुआ है गठन
गौरतलब है कि, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की पहल पर प्रदेश के नौ क्षेत्रीय दलों ने साथ मिलकर भागीदारी संकल्प मोर्चा गठित किया गया है.
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