Mau News: सपा ने ओमप्रकाश राजभर के बयान पर पलटवार किया है. मऊ में सपा नेता राजीव राय ने कहा कि पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर बौखला गए हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इस्तीफा दे रहे हैं. इसलिए ओम प्रकाश राजभर बदहवास हो गए हैं. राजीव राय ओम प्रकाश राजभर के सपा को समाप्त कर देने वाले बयान पर पलटवार कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मऊ के गांव में ओम प्रकाश राजभर के प्रवेश पर बैनर लगा है. उन्होंने कहा कि गांव राजभरों का ही है. अगर ओम प्रकाश उल्टा सीधा नहीं बोलेंगे बोलेंगे तो मीडिया तवज्जो नहीं देगा. राजीव राय ने कहा कि ओम प्रकाश अपने बेटे को सांसद बनाना चाहते हैं. लेकिन राजभर बिरादरी ही साथ नहीं दे रही है.
मऊ के राजभरों को किसी "ठगवा" की जरूरत नहीं-सपा
ओम प्रकाश राजभर बिरादरी का हाल चाल तक जानने घर नहीं जाते. मऊ के राजभरों को किसी "ठगवा" की जरूरत नहीं है. मैंने दोनों बाप बेटे को एमएलसी का टिकट के लिए अखिलेश यादव के सामने गिड़गिड़ाते हुए देखा है. ठेकेदारी और ब्लैकमेलिंग की राजनीति जिनके भरोसे उन्होंने की है, वही लोग उन्हें अब छोड़ रहे हैं. इसलिए बदहवासी का आलम है. अब उनके साथ सहानुभूति रखिये आप लोग. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके रामजीत राजभर ने कहा कि कार्यकर्ता सम्मेलन में हम लोगों ने आने से मना कर दिया था.
नए जिलाध्यक्ष को भी तीन से चार महीने में ओम प्रकाश राजभर की असली नीतियों का पता चल जाएगा. आज ओम प्रकाश राजभर की मजबूरी पैसा देकर लोगों को बुलाने की हो गई है. कभी मीटिंग में शामिल नहीं होनेवालों को अब पैसा देकर आने को कहा जा रहा है. ओम प्रकाश राजभर के चेहरे पर तनाव से पता चलता है कि कितने दबाव में हैं. ओम प्रकाश राजभर की लंका से महेंद्र राजभर ’कटप्पा’ निकले हैं. उनके साथ सभी लोग कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं.
'ओम प्रकाश राजभर को मिटाने के लिए पूरा समाज एकत्रित'
ओम प्रकाश राजभर को मिटाने के लिए पूरा समाज एकत्रित हो चुका है. ओम प्रकाश राजभर रावण से भी बड़े हैं. गाजीपुर के जहूराबाद विधानसभा क्षेत्र से दूसरी बार विधायक हुए हैं. किसी गरीब को झोपड़ी हटाकर छत देने का काम किया हो तो बतावें. हम लोग अभी ट्रेलर दिखा रहे हैं फिल्म तो पूरी बाकी है. उन्होंने यशस्वी मुख्यमंत्री को भीख मंगवाने की बात कही थी. हम लोग ओम प्रकाश राजभर को कटोरा देकर बनारस में भीख मंगवायेंगे. पूर्व जिला अध्यक्ष ने एक शायरी के माध्यम से कहा कि ओम प्रकाश राजभरतब तक चंदा मांगना नहीं छोड़ेंगे जब तक उन्हें मारा नहीं जायेगा. आगामी 27 तारीख को हम लोग ओम प्रकाश राजभर को बताने का काम करेंगे.