UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सहयोगी सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) का एक बड़ा बयान आया है. उन्होंने सोमवार को कहा कि वह सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से मुलाकात करके पूछेंगे कि विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद (Presidential Election 2022) के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के कार्यक्रम में उन्हें क्यों आमंत्रित नहीं किया गया।


क्या बोले ओपी राजभर?
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान में सुभासपा की भूमिका को लेकर असमंजस बना हुआ है. पार्टी प्रमुख ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इस बीच बीजेपी से उनकी नजदीकी की अटकलें तेज हो गई हैं. यह भी कयास लग रहे हैं कि राष्ट्रपित चुनाव में ओपी राजभर सपा से दूर हो सकते हैं.


सुभासपा अध्यक्ष ने सोमवार को कहा कि वह अखिलेश यादव से मुलाकात करना चाहते हैं. जिसके लिए उन्होंने रविवार को सपा नेता उदयवीर सिंह से फोन पर बात की. उन्हें अखिलेश यादव से मुलाकात और बातचीत की अपनी मंशा से अवगत कराया.


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12 जुलाई तक करेंगे इंतजार
बीते दिनों राष्ट्रपति पद के लिये विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा लखनऊ आए थे. तब सपा ने प्रेस कॉफ्रेंस में गठबंधन के एक अन्य रालोद प्रमुख जयंत सिंह को तो बुलाया था, लेकिन सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर इसमें नजर नहीं आए थे. अब इसपर राजभर ने कहा कि वह सपा प्रमुख से मिलकर यह जानना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के कार्यक्रम में क्यों आमंत्रित नहीं किया गया. उन्होंने दावा किया कि वह 12 जुलाई तक अखिलेश के रुख का इंतजार करेंगे और फिर अपने निर्णय की घोषणा करेंगे.


उन्होंने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से इंकार किया. ओपी राजभर ने कहा कि चुनाव में अभी समय है. हालांकि उन्होंने मुर्मू को उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रसन्नता जताई और कहा कि वह राजनीति में अति दलित और पिछड़े वर्ग की लड़ाई लड़ते हैं. गौरतलब है कि राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को यहां राजग के सांसदों और विधायकों से अपने लिए समर्थन मांगा है. 


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