UP News: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार ने एक बड़ा फैसला किया है. सरकार अब पिछले 10 सालों में सरकारी नौकरियों में ओबीसी (OBC) प्रतिनिधित्व का आकलन करने जा रही है. सरकार ने अब इसका डेटा जुटाने का फैसला किया है. योगी सरकार के इस फैसले का सुभसपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने भी स्वागत किया है. 


सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा, "बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर ने संविधान में ये व्यवस्था दी है. जिसमें उन्होंने हर दस साल पर जातियों का आकलन करके ये आंकड़ा जुटाने की बात कही है. जिससे ये पता चल सके की कौन-सी जाती को फायदा नहीं मिला, जिससे उसे ऊपर बढ़ाने पर काम किया जा सके. उसी आधार पर हम मांग करते हैं कि जातिवार जनगणना हो. योगी सरकार ने कौन-कौन सी जाति कितनी है, इसका आकलन कराने का फैसला किया है, हम इसका स्वागत करते हैं. ये एक अच्छा पहल है." 


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अखिलेश यादव पर कही ये बात
हालांकि इस दौरान सुभासपा प्रमुख ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा, "संया भए कोतवाल तो अब भय काहें का. उन्होंने इस संबंध में हाईकोर्ट के आदेश को नहीं माना और जब कोर्ट आदेश दिया था. तब वे राज्य के मुख्यमंत्री थे लेकिन उन्होंने इसका पालन नहीं किया." बता दें कि योगी सरकार ने यूपी में सरकारी नौकरियों में ओबीसी कोटे का डाटा जुटाने का फैसला किया है.


बताया जा रहा है कि योगी सरकार पिछले 10 सालों में सरकारी नौकरियों में ओबीसी प्रतिनिधित्व का आकलन करने जा रही है. इसके तहत राज्य सरकार की सेवाओं में ओबीसी की 79 उपजातियों के हिसाब से सरकारी कर्मचारियों की गिनती होगी. हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी की नजर लोकसभा चुनाव में ओबीसी वोटर्स पर है. इसको लेकर बीजेपी की रणनीति का ही ये फैसला एक अहम हिस्सा है. 


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